दो लड़कों का अपहरण कर हत्या करने वाले दो आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे

रायपुर (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में 10 दिन से लापता दो युवकों की पुलिस तलाश कर रही थी, उस मामले में पुलिस ने उक्त दोनों लड़कों की हत्यारे को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। पुलिस अब तक यही सोच तलाश कर रही थी कि नाबालिग कहीं चले गये होंगे, लेकिन संदेही से पूछताछ के बाद हत्या के खुलासे ने सनसनी फैला दी।
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक रंजीत विश्वास का पिकअप वाहन है। जिसमें आरोपी खेलन पाल ने बिलासपुर से फल लेकर आने की बात कहते हुए रंजीत की गाड़ी बुक किया। रंजीत ने अपने दोस्त उमेश को भी अपने साथ ले गया। जब दोनों घर से निकले उसके कुछ देर बाद दोनों का मोबाइल बंद हो गया। जब देर रात तक दोनों अपने घर नहीं लौटे तो परिजनों ने आरोपी खेलन पाल को फ ोन लगाया, लेकिन आरोपी ने भी अपना मोबाइल बंद कर दिया। जिसके बाद परिजनों ने पुरानी बस्ती थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। मामले मेें पुलिस ने आरोपी खेलन के बारे में पतासाजी किया तो जानकारी मिली की खेलन मध्यप्रदेेश के डिंडौरी का रहने वाला है। जिससे पुलिस के टीम ने आरोपी खेलन को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
आरोपियों ने इस तरह दी वारदात को अंजाम
आरोपी खेलन ने पूछताछ में बताया कि वह अपने दोस्त रामस्वरूप के साथ मिलकर पैसे की लालच में आकर हत्या की है। आरोपियों ने बताया कि पहले रंजीत और उमेश को वे अनुपपुर ले गए। जहां बेल्हा गांव के खेत में दोनों बच्चों को शराब पिलाई और फिर नशे की हालत में दोनों की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद दोनों के शव को घटनास्थल से 20 किलोमीटर दूर नाला के पास दफन कर दिया। जिसे पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर दोनों के शवों को बरामद कर लिया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि जब वे फल लेने निकले तो दोनों लड़कों के पास पैसे देखकर लालच में आया और पूरी वारदात को अंजाम दिया है।
लॉकडाउन के चलते आरोपी बना हत्यारा
आरोपी खेलन वर्तमान में रायपुर में फल बेचने का काम करता था। लेकिन लॉकडाउन के चलते पैसों की कमी थी। जिससे आरोपी को दोनों लड़के पास पैसे देखकर उसके मन में लालच आ गया और घटना को अंजाम देने की योजना बनाई।