13 साल जेल और 9 कोड़े… , सिंगापुर में भारतीय मूल के शख्स को मिली सजा, जानें क्या था मामला
सिंगापुर। सिंगापुर की अदालत ने भारतीय मूल के शख्स को नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में दोषी ठहराते हुए 13 वर्ष चार सप्ताह की जेल और 9 कोड़े मारने की सजा सुनाई है। एक खबर के मुताबिक, राज कुमार बाला (42) को दुष्कर्म और छेड़छाड़ के अलग-अलग आरोपों के अलावा ‘चिल्ड्रन एंड यंग पर्सन एक्ट’ के तहत भगोड़ों को शरण देने के मामले में भी दोषी ठहराया गया है। दोषी बाला भारतीय मूल का नागरिक है, जिसके पास अब सिंगापुर की नागरिकता है और वह वहं एक बार का संचालन करता है। बचाव पक्ष के वकील रमेश तिवारी ने कहा कि उनके मुवक्किल ने अपील लंबित रहने तक जमानत पर रिहा करने का अनुरोध किया है।
अदालत को बताया गया कि पीडि़ता फरवरी 2020 में सिंगापुर बालिका गृह से भाग गई थी और उस समय उसकी उम्र 17 वर्ष थी। उसी की तरह भागी एक अन्य लडक़ी के माध्यम से उसे डनलप स्ट्रीट पर स्थित बाला के बार ‘डॉन बार और बिस्ट्रो’ में नौकरी के बारे में पता चला। अदालत को बताया गया कि पीडि़ता जब इंटरव्यू के लिए बार पहुंची, तो बाला ने उससे कहा कि उसे ग्राहकों को शराब परोसने जैसे काम करने होंगे। बाला ने उसे नौकरी के साथ भागी हुई अन्य लड़कियों के साथ बार में रहने का प्रस्ताव भी दिया।
अदालत को बताया गया कि पीडि़ता ने बाला का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और बार में नौकरी करने लगी। इस बीच, पुलिस को सूचना मिली कि बार में भागी हुई लड़कियों को शरण दी जाती है, जिसके बाद उसने वहां छापा मारा। पीडि़ता पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए वहां से भाग गई, लेकिन उसे रास्ते में बाला मिला। बाला यह कहते हुए उन्हें अपने घर ले गया कि वो वहां सुरक्षित रहेंगी। घर में बाला ने पीडि़ता के साथ शराब पी और उसके साथ दुष्कर्म किया। यह भी आरोप है कि बाला ने अन्य लड़कियों का भी यौन शोषण किया। एक खबर के मुताबिक, बाला 22 और आरोपों का सामना कर रहा है, जो पांच अन्य लड़कियों से संबंधित हैं। इनमें मुख्य रूप से यौन अपराध से जुड़े मामले शामिल हैं, जिनकी सुनवाई लंबित है।