पांच राज्यों के 26 पंडितों ने लिया गंगा आरती प्रशिक्षण

ऋषिकेश(आरएनएस)।   परमार्थ निकेतन में रविवार को राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, नमामि गंगे और अर्थ गंगा के संयुक्त तत्वावधान में गंगा जागरूकता एवं आरती कार्यशाला आयोजित हुई, जिसमें पांच राज्यों के 26 पंडितों को गंगा आरती का प्रशिक्षण दिया गया। रविवार को परमार्थ निकेतन में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन स्वामी चिदानन्द सरस्वती, साध्वी भगवती सरस्वती ने किया। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि गंगा की आरती केवल एक कर्तव्य नहीं, बल्कि हमारी जिम्मेदारी है। गंगा, जिसे हम मां के रूप में पूजते हैं, यह उनकी स्वच्छता, अविरलता और पवित्रता को बनाए रखने की जिम्मेदारी का प्रतीक है। आरती के दौरान हम मां गंगा से यह प्रार्थना करते हैं कि वह हमें शुद्ध करें, लेकिन साथ ही हमें यह भी याद रखना होगा कि हमें गंगा की पवित्रता की रक्षा करने की जिम्मेदारी भी निभानी है। गंगा हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। यह न केवल हमें जल प्रदान करती है, बल्कि हमारी संस्कृति, सभ्यता और आस्था का प्रतीक भी है। कहा कि इस कार्यशाला में गंगा तटों पर आरती करने वाले पंडितों और आचार्यों को प्रशिक्षित किया जाता है, ताकि वे गंगा के प्रति समाज में जागरूकता ला सकें। कार्यशाला में उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के 15 घाटों के 26 पंडितों ने सहभाग किया और गंगा आरती का प्रशिक्षण लिया। मौके पर ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस की परियोजना निदेशक गंगा नन्दिनी त्रिपाठी, राकेश रोशन, वंदना शर्मा, पूजा मेहता, रेशमी एस, आचार्य दीलिप, आयुष बडोनी आदि उपस्थित रहे।


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