जायडस कंपनी ने केवल 150 श्रमिकों को दिया बंदी मुआवजा’

रुद्रपुर(आरएनएस)। बंद हो चुकी जायडस कंपनी में काम करने वाले श्रमिकों ने शनिवार को मंडी परिसर में सभा की। आरोप लगाया कि गैर कानूनी ढंग से बंद की गई कंपनी से 1050 श्रमिकों का रोजगार छिन गया। कंपनी ने 1200 में से केवल 150 श्रमिकों को बंदी मुआवजा दिया है। श्रमिक नेता अनिता अन्ना ने बताया कि जायडस कंपनी को 17 जून 2022 को गैर कानूनी तरीके से मालिकों ने बंद कर दिया था। प्रदेश सरकार ने 30 नवंबर 2022 को अवैध बंदी का आदेश जारी किया था, लेकिन अभी तक कंपनी को नहीं खोला गया है। एक्टू के प्रदेश महामंत्री केके बोरा ने कहा कि राज्य में मजदूरों के कानूनी संवैधानिक अधिकार की बहाली को सरकार रुचि नहीं ले रही है। इसके चलते जायडस की अवैध बंदी नहीं खुल रही है। ऐसे में मजदूरों को अपने संघर्ष से ही आवाज उठाना जरूरी हो गया है। उन्होंने कंपनी मालिक की मनमर्जी पर रोक लगाने की मांग की। यहां नरेंद्र सिंह, सूरज भंडारी, रेशमा, अनीता, नीलम, रुकसार, जफर, रजनीश कुमार पाठक, अशोक सिंह, जयपाल, भजनलाल, प्रद्युम्न, भरत सिंह, मंजीत सिंह, गुरमेज सिंह, रोहित श्रीवास्तव, शिफतैन, रामपाल, अशर्फी लाल, डालचंद, काशीराम, मनोज रस्तोगी, लक्ष्मण सिंह, पारस, श्याम सुंदर, नरेश राम, तुलसीराम, हरिओम भारती, दीपक वर्मा, त्रिवेणी शंकर मौजूद रहे।