युवती ने फांसी लगा की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा मौत का कारण

रुद्रपुर। पड़ोसी द्वारा मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाए जाने तथा परिवार पर झूठा मुकदमा दायर करने से आहत युवती ने फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। युवती ने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें पड़ोसी सहित उसके परिवार को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने पंचनामे के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सुसाइड नोट कब्जे में लेने के साथ पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार झा कॉलोनी निवासी संध्या यादव (26) पुत्र बाढू यादव बुधवार को घर में अपने छोटे भाई के साथ थी। पिता बाढू परिवार के अन्य सदस्यों के साथ आनंदपुर किच्छा में बन रहे अपने मकान का काम देखने गए थे। दोपहर संध्या ने छोटे भाई मनीष को किसी काम से घर से बाहर भेज दिया। कुछ देर के बाद जब भाई मनीष घर लौटा, बहन संध्या को फांसी के फंदे पर झूलता देख हक्का-बक्का रह गया। आनन-फानन में उसने संध्या को फंदे से नीचे उतारा। जिसके बाद उसने पंतनगर के सुरक्षा कर्मियों और पड़ोस के लोगों को बुलाया। लोगों ने संध्या को पंतनगर अस्पताल पहुंचाया। जहां से चिकित्सकों न उसे जिला अस्पताल रुद्रपुर रेफर कर दिया। लेकिन रुद्रपुर चिकित्सालय जाते वक्त संध्या ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पिता बाढू यादव और परिवार के लोग भी अस्पताल पहुंचे। सूचना के बाद पुलिस ने मौका मुआयना किया। इस दौरान परिवार के लोगों को संध्या द्वारा छोड़ा गया सुसाइड नोट भी मिला। जिसे उन्होंने पुलिस के सुपुर्द कर दिया। बताया गया है कि दो साल पूर्व संध्या ने पड़ोसी के विरुद्ध एक मुकदमा दर्ज कराया था। जिस पर आरोपी पड़ोसी को जेल भी हुई। जमानत पर आने के बाद पड़ोसी मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहा था। जिससे पूरा परिवार मानसिक तनाव में था। प्रभारी निरीक्षक पंतनगर आरएस डांगी ने बताया मामले की जांच की जा रही है।
पड़ोसी और पूरा परिवार कर रहा था मानसिक रूप से परेशान
आत्महत्या से पूर्व संध्या यादव ने सुसाइड नोट लिखा। सुसाइड नोट में कहा कि गत 9 फरवरी 2018 को उसने पड़ोस में रहने वाले कैलाश यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद कैलाश यादव को जेल भी जाना पड़ा। इसके बाद से ही कैलाश यादव और उसका परिवार मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बना रहा था। कैलाश के परिवार ने मुकदमा वापस नहीं लेने पर संध्या के परिवार के विरुद्ध झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी थी। जिसके बाद कैलाश यादव की तरफ से संध्या के परिवार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवा दिया था। साथ ही सुसाइड नोट में संध्या ने कहा है कि कैलाश यादव सहित उसकी पत्नी तीन बेटियां आते-जाते उन्हें और उनके परिवार को भद्दी गालियां देने के साथ धमका रहे थे। जिस कारण मानसिक रूप से परेशान होकर उसे मौत का रास्ता चुनना पड़ा।