
अल्मोड़ा। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में 14 सितंबर को हिंदी दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसी के साथ प्रतिवर्ष की तरह संस्थान में हिंदी उत्सव पखवाड़ा – 2025 का शुभारंभ भी किया गया। हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन प्रस्तावित किया गया है। इसी क्रम में गुरुवार को यूनिकोड में हिंदी टंकण प्रतियोगिता और हिंदी निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित हुई। इन प्रतियोगिताओं में संस्थान के वैज्ञानिकों, तकनीकी अधिकारियों, प्रशासनिक कर्मचारियों और सहायक वर्ग के कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिताओं का संचालन प्रभारी अधिकारी (राजभाषा) रेनू सनवाल के मार्गदर्शन में किया गया। निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने ‘कृषि में सहकारिता की भूमिका : चुनौतियां और संभावनाएं’, ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान में युवाओं की भूमिका’, ‘एआई और आईसीटी का कृषि में उपयोग’, ‘विकसित भारत 2047 और कृषि का भविष्य’ तथा ‘कृषि में युवाओं और स्टार्टअप्स की भूमिका’ जैसे विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के दौरान संस्थान में उत्साहपूर्ण वातावरण देखने को मिला। टंकण प्रतियोगिता में प्रतिभागियों की दक्षता और गति ने यह दर्शाया कि कर्मचारी न केवल हिंदी भाषा के प्रयोग में दक्ष हैं, बल्कि तकनीकी उपकरणों के उपयोग में भी निपुणता रखते हैं। निबंध लेखन में प्रतिभागियों ने हिंदी भाषा के संवर्धन और उसकी प्रासंगिकता पर सार्थक विचार साझा किए। विजेताओं को हिंदी पखवाड़े के समापन समारोह में सम्मानित किया जाएगा, जो सितंबर के अंतिम सप्ताह में आयोजित होगा। इस अवसर पर हिंदी टिप्पणी एवं प्रारूप लेखन, हिंदी स्वरचित काव्य पाठ और आशुभाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया जाएगा। प्रतियोगिताओं के शुभारंभ पर रेनू सनवाल ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल भाषा के प्रति अपनत्व की भावना जगाते हैं, बल्कि कार्यकुशलता और रचनात्मकता को भी बढ़ावा देते हैं।







