
अल्मोड़ा। वन चेतना केंद्र, अल्मोड़ा में हंस फाउंडेशन की वन अग्निशमन एवं रोकथाम परियोजना के अंतर्गत वॉलंटियर फायर फाइटर्स सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर विभिन्न गांवों से पहुंचे स्वयंसेवी फायर फाइटर्स को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। समारोह में प्रभागीय वनाधिकारी (सिविल सोयम) अल्मोड़ा प्रदीप धोलाखंडी और प्रभागीय वनाधिकारी दीपक सिंह ने स्वयंसेवियों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने ग्राम स्तर पर सामूहिक सहभागिता को और मजबूत बनाने पर जोर देते हुए कहा कि सामुदायिक जागरूकता, प्रशिक्षण और आपसी समन्वय से आग की घटनाओं पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। उन्होंने वन विभाग को सहयोग देने का भी आह्वान किया। एसडीआरएफ से पंकज डंगवाल ने स्वयंसेवियों को वनाग्नि से बचाव और सुरक्षा उपायों की जानकारी दी। उन्होंने सतर्कता, प्राथमिक सुरक्षा तकनीकों और त्वरित प्रतिक्रिया की अहमियत पर प्रकाश डाला। इस दौरान परियोजना प्रबंधक नागेंद्र तंगवान ने परियोजना की रूपरेखा और उद्देश्यों को साझा किया, जबकि संचालन परियोजना के राजनीश रावत ने किया। स्वयंसेवी फायर फाइटर्स ने भी अपने अनुभव साझा किए और कहा कि स्थानीय स्तर पर उनकी तत्परता और सहयोग जंगलों की सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और मानव जीवन की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वक्ताओं ने माना कि इस तरह के सम्मान समारोहों से स्वयंसेवियों का मनोबल बढ़ता है और अन्य युवाओं को भी वन संरक्षण कार्यों से जुड़ने की प्रेरणा मिलती है। समारोह के अंत में आयोजकों ने सभी अतिथियों और स्वयंसेवियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में वन क्षेत्राधिकारी किशोर गोस्वामी, पूनम पंत, वन सरपंच देवेंद्र बिष्ट, दिनेश पिल्खवाल, रतन सिंह, सरस्वती भंडारी, बसंती भंडारी, ब्लाक समन्वयक अनीता कनवाल, चंद्रेश पंत, दीपक, शंकर, कमल, कैलाश, राजेंद्र सहित कई लोग मौजूद रहे।