
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ से वासुकीताल घूमने गए मेडिकल टीम के 11 सदस्यीय दल का एक डॉक्टर रास्ता भटक गया और टीम से अलग हो गया। देर शाम तक डॉक्टर के वापस नहीं लौटने पर टीम के अन्य सदस्य घबरा गए और घटना की सूचना एनडीआरएफ को दी गई। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ की टीम शाम 8:30 बजे वासुकीताल की ओर रवाना हुई और रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन पहले दिन कोई सफलता नहीं मिली। टीम ने रात रास्ते में ही बिताई और अगले दिन फिर से खोज अभियान शुरू किया। दूसरे दिन टीम को पहाड़ी की चोटी पर एक बड़े पत्थर के पास डॉक्टर लोकेश सुरक्षित अवस्था में मिले। मौके पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और फिर उन्हें सुरक्षित केदारनाथ अस्पताल पहुंचाया गया। रेस्क्यू अभियान में एनडीआरएफ के निरीक्षक अमलेश सिंह, उपनिरीक्षक उपेंद्र रावत, हवलदार पुष्कर, मुंडे श्रीकृष्णा, हवलदार मनोज, अर्जुन, विनय, सूर्य प्रकाश, अनुज, अमित, नवीन, लक्ष्मण, मेजर और प्रवीण सहित पूरी टीम ने अहम भूमिका निभाई।