समान काम का मिले समान वेतन

देहरादून। उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन ने ऊर्जा के तीनों निगमों में संविदा, आउटसोर्स कर्मचारियों को समान काम का समान वेतन देने की मांग की। यूजेवीएनएल और यूपीसीएल मुख्यालय में सत्याग्रह कर मांगों के निस्तारण को दबाव बनाया। चेतावनी दी कि यदि जल्द मांगें पूरी न हुईं तो आंदोलन तय है।
यूजेवीएनएल मुख्यालय में अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहा कि तीनों निगमों में उपनल के माध्यम से कार्यरत उपनल कर्मियों को नियमित किया जाए। कर्मचारियों के नियमितीकरण और समान काम का समान वेतन देने के मामले में हाईकोर्ट के आदेश का पालन किया जाए। हाईकोर्ट दोनों मामलों में स्पष्ट आदेश दे चुका है। इसके खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है। जो बहुत ही दुखद है। इससे साफ है कि सरकार उपनल कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। यूपीसीएल के पांच कर्मचारियों को समान काम का समान वेतन मिल भी रहा है। शेष कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
कहा कि एसीपी की विसंगतियां दूर की जाएं। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को 4600 रुपये ग्रेड वेतन दिया जाए। संविदा कर्मियों को मंहगाई भत्ता दिया जाए। ऊर्जा भत्ते में बढ़ोत्तरी की जाए। अवकाश राहत भत्ता दिया जाए। निगम में 3000 रुपये ग्रेड पे समाप्त किया जाए। मिनिस्टीरियल, स्टेनोग्राफर, डाटा एण्ट्री आपरेटर, ड्राफ्ट्समैन, टीजी वन से जूनियर इंजीनियर, सहायक लेखाकार के पदों पर पदोन्नति की जाए। संविदा कार्मिकों के आश्रितों को नौकरी दी जाए। पुरानी पेंशन लागू की जाए। संविदा कर्मीयों को भी रियायती दरों पर बिजली और आवास दिया जाए।
सत्याग्रह में दीपक ध्यानी, सुनील तंवर, प्रियधर बैजवाल, श्याम लाल कोहली, विजय पाल नेगी, सुभाष डोभाल, मदन मोहन, नागेन्द्र मैन्दोला, विनय कुमार, विपिन नेगी. जॉनी गुलेरिया, संदीप रावत, पंकज रावत, सुरेन्द्र रयाल, विकास पुण्डीर, गेंदालाल, संतराम, सुरेन्द्र श्यान, पंकज रावत, जॉनी गुलेरिया, नागेन्द्र मैंदोला, अब्बल सिंह बिष्ट, संदीप रावत, ज्योति कोहली, सुनीता थापा, नरेन्द्र सिंह मौजूद रहे।


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