
देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड में गन्ना का पेराई सत्र नवंबर पहले हफ्ते से शुरू हो जाएगा। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री सौरभ बहुगुणा ने शुक्रवार को सचिवालय स्थित एफआरडीसी सभागार में चीनी मिलों के पेराई सत्र की तैयारियों को लेकर बैठक की। मंत्री ने पेराई सत्र के दौरान तकनीकी वजहों से या केन बंदी का सामना किसानों को न करना पड़े, इसके इंतजाम पहले से कर लेने के निर्देश दिए। मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पेराई सत्र 2025-26 के शुभारंभ से पहले 31 अक्तूबर तक मिलों में मरम्मत, रख-रखाव का काम पूरा कर लें। नवंबर पहले हफ्ते में नादेही और बाजपुर चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू कर दिया जाए। किच्छा और डोईवाला मिलों में पेराई सत्र हर हाल में नवंबर तीसरे हफ्ते शुरू हो जाए। चीनी मिलों को नए पेराई सत्र के लक्ष्यों को लेकर कार्य योजना बनाने के साथ ही मिलों की क्षमता के अनुसार गन्ने की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए। चीनी मिलों को गन्ना मूल्य भुगतान की निर्भरता राज्य सरकार पर कम करने का भी लक्ष्य दिया गया। तय किया गया कि पिछले सत्र के मुकाबले में इस बार कम से कम 65 प्रतिशत गन्ना मूल्य का भुगतान संबंधित चीनी मिलें अपने संसाधनों से करेंगी। राज्य में संचालित किए जा रहे कोल्हू को लेकर भी एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी गई है। बैठक में प्रबंध निदेशक गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग प्रकाश चंद्र दुम्का, आयुक्त त्रिलोक सिंह मार्तोलिया, महाप्रबन्धक उत्तराखण्ड शुगर्स विजय पांडे के साथ ही चीनी मिलों के प्रबंधक और निदेशक मौजूद रहे। किसानों को दें पूरी सुविधा मंत्री सौरभ बहुगुणा ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेराई सत्र के दौरान गन्ना किसानों के रहने, शौचालय और पंचर बनाने की सुविधा पूर्व की भांती दी जाए। चीनी मिलों के साथ इसकी समीक्षा भी कर ली जाए। साथ ही किसानों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी।






