फूट-फूट कर रो पड़े राष्ट्रपति जेलेंस्की, वीडियो जारी कर नागरिकों से कहा हिम्मत न हारे
कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा। वहीं यूक्रेन-रूस को कड़ी टक्कर दे रहा है। रूस ने अब राजधानी कीव पर हमले तेज कर दिए हैं। उसके सैनिकों ने कथित तौर पर कब्जे वाले तमाम शहरों को छोडऩे से पहले वहां के आम नागरिकों का नरसंहार किया है। जब यूक्रेनी सैनिक वहां पहुंचे तो उन्हें दिल दहला देने वाला नजारा दिखा। लोगों के शवों को जल्दबाजी में खोदी गई सामूहिक कब्रों में फेंका गया है।
रोते हुए दिखाई दिए यूक्रेन के राष्ट्रपति
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें वो रोते हुए नजर आ रहे हैं, वीडियो के कैप्शन में उन्होंने यूक्रेनी भाषा में लिखा है, ‘हम मजबूत हैं! हम काम कर रहे हैं, प्यार करते हैं, हम ही जीतेंगे!’ वीडियो में जेलेंस्की ये सब कहने के बाद अपने हाथ में पकड़े कुछ कागज दिखाते हैं। इसके बाद वो एक बार फिर कैमरा अपनी तरफ करते हैं। इसके बाद वह टेबल पर रखी अपने परिवार की तस्वीर की तरफ कैमरा करते हैं।
लोगों से कहा हिम्मत न हारे
जेलेंस्की आखिर में यूक्रेन का झंडा दिखाने के बाद मु_ी दिखाते हुए सबसे मजबूत बने रहने की अपील करते हैं और मुस्कुराते हुए वीडियो को बंद कर देते हैं। बता दें रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर पहला हमला किया था, जिसके बाद से इन दोनों देशों के बीच युद्ध चल रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की युद्ध के बाद से सोशल मीडिया के जरिए हर जानकारी लोगों तक पहुंचा रहे हैं। वह देशवासियों को संबोधित करने के लिए अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो शेयर करते हैं। इसके अलावा अगर वह किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष से बात करते हैं, तो उसकी जानकारी भी ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के जरिए लोगों को देते हैं।
परमाणु हथियारों को लेकर दी चेतावनी
जेलेंस्की ने ये भी कहा है कि रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल भी कर सकता है, उसके लिए सभी को तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने बंदरगाह शहर मारियुपोल में जारी भीषण लड़ाई पर कहा कि अगर यहां यूक्रेन का आखिरी सैनिक मारा जाता है, तो रूस के साथ जारी शांति वार्ता को रद्द कर दिया जाएगा। तो वहीं दूसरी तरफ रूस ने मारियुपोल पर कब्जे का दावा किया है। अगर रूस का दावा सच निकलता है कि यह यूक्रेन के पहले और सबसे बड़े शहर पर उसका कब्जा माना जाएगा। हालांकि विशेषज्ञों ने अभी तक मारियुपोल पर कब्जे की पुष्टि नहीं की है।