उक्रांद ने की मंत्री अग्रवाल को बर्खास्त करने की मांग, राज्य विरोधी मानसिकता का लगाया आरोप
विकासनगर। उत्तराखंड क्रांति दल की बैठक में ऋषिकेश की घटना पर निंदा प्रस्ताव पारित करने के साथ ही कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर राज्य विरोधी मानसिकता का आरोप लगाया गया। उक्रांद नेताओं ने कहा कि भाजपा के सुशासन में मंत्री युवाओं की सरेआम पिटाई कर रहे हैं। बैठक में मंत्री को बर्खास्त करने की मांग प्रदेश सरकार से की गई। डाकपत्थर रोड स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए उक्रांद के केंद्रीय संरक्षक सुरेंद्र कुकरेती ने कहा कि कैबिनेट मंत्री अग्रवाल की पहाड़ विरोधी मानसिकता शुरू से ही रही है। वर्ष 1996 में लोक सभा चुनाव बहिष्कार के दौरान भी उन्होंने इसी मानसिकता का परिचय देते हुए उक्रांद नेताओं और कार्यकर्ताओं के हाथापाई की थी। कहा कि राज्य बनने के बाद भी उनकी मानसिकता में कोई बदलाव नहीं आया। इसी मानसिकता के चलते उन्होंने सरे आम युवकों की पिटाई की। आरोप लगाया कि मंत्री ऋषिकेश को अपनी बपौती समझते हैं। इसलिए युवक को पीटते हुए वह उसे बाहरी करार दे रहे थे। संवैधानिक पद पर रहते हुए इस कृत्य से पद की गरिमा का अपमान होने के साथ ही यात्रा काल के दौरान देवभूमि की छवि भी धूमिल हुई है। उन्होंने कहा कि विधान सभा भर्ती घोटाला प्रकरण में नाम आने के बावजूद सरकार ने मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे जाहिर है कि प्रदेश सरकार को युवाओं की चिंता ही नहीं है। पहले मंत्री युवाओं के सपनों का सौदा करते हैं और उसके बाद युवाओं की सरेआम पिटाई करते हैं, फिर भी भाजपा कहती है कि प्रदेश में सुशासन लागू है। उक्रांद के जिलाध्यक्ष गणेश काला ने कहा कि मंत्री की बीच बाजार में की गई गुंडागर्दी पर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी मौन साधे हुए है। इससे जाहिर होता है कि भाजपा नेता किसी भी तरह सिर्फ सत्ता हथियाना चाहते हैं, चाहे इसके लिए युवाओं को बीच बाजार में पीटना पड़े। कहा कि युवक की पिटाई करने वाले मंत्री को बर्खास्त नहीं किए जाने पर उक्रांद पूरी सरकार के खिलाफ जन आंदोलन करेगा। शहर अध्यक्ष जयकृष्ण सेमवाल ने भी घटना की निष्पक्ष जांच की मांग प्रदेश सरकार से की। इस दौरान केंद्रीय उपाध्यक्ष शैलेश गुलेरी, कार्यकारी जिलाध्यक्ष मनोज कंडवाल, भूपेंद्र सिंह नेगी, पूर्ण प्रसाद भट्ट, मायाराम ममगाईं, जितेंद्र पंवार, देवेश्वरी विडालिया, बीना पंवार, सरोज मलासी, अमजद मिर्जा, जावेद, नरेंद्र कुकरेती, मदन पाल, सुंदर लाल गैरोला आदि मौजूद रहे।