उक्रांद ने की गढ़वाली एलबम ठुमका पर प्रतिबंध लगाने की मांग

विकासनगर। उत्तराखंड क्रांति दल ने सोशल मीडिया पर हाल ही रिलीज हुई गढ़वाली एलबम से उत्तराखंड की छवि धूमिल किए जाने का आरोप लगाया है। उक्रांद ने शनिवार को सेलाकुई थाने में तहरीर देकर एलबम के निर्माताओं और कलाकारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। सेलाकुई थाने में ज्ञापन सौंपने गए उक्रांद के जिलाध्यक्ष गणेश काला ने बताया कि हाल ही में सोशल मीडिया पर ठुमका नाम से एक गढ़वाली एलबम रिलीज की गई है। इस एलबम में गीत संगीत के नाम पर फूहड़ता, अश्लीलता और हिंसक दृश्य दर्शाए गए हैं। कहा कि जिस तरह की भाव भंगिमाएं और अदाकारी एलबम में कलाकार कर रहे हैं वह उत्तराखंड की परंपराओं और संस्कृति के खिलाफ है। बताया कि देवभूमि उत्तराखंड की छवि को एलबम में धूमिल करने का प्रयास किया गया है। युवा पीढ़ी के सामने देवभूमि की संस्कृति के विकृत रूप को पेश करने की कोशिश की जा रही है। इन दिनों देवभूमि में चारधाम यात्रा पर देश विदेश के यात्री आ रहे हैं, ऐसे में यह एलबम यात्रियों के सामने भी उत्तराखंड की संस्कृति और पंरपराओं की गलत छवि को पेश कर रही है। कहा कि इस एलबम पर जल्द रोक लगाने के साथ ही इसके निर्माता, निर्देशक और कलाकारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी जरूरी है, जिससे कि भविष्य में भविष्य में संस्कृति के नाम पर इस तरह की फूहड़ता को बढ़ावा न मिल सके। ज्ञापन सौंपने वालों में अतुल बेंजवाल, जितेंद्र पंवार, सुमित राणा, मनीष कुमार, शेखर पाल, शहदाब, अरुण कुमार आदि शामिल रहे।


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