टनल में फंसे दो युवकों के शव हुए बरामद

नई टिहरी। सात फरवरी से चमोली के तपोवन में ऋषिगंगा परियोजना की टनल में फंसे टिहरी जिले के रौलाकोट निवासी जितेंद्र सिंह धनाई का शव भी रेसक्यू कर लिया गया है। हादसे में अब तक टिहरी के दो युवकों के शव बरामद हुए हैं। यह सूचना मिलते ही पूरे रौलाकोट गांव में मातम पसरा हुआ है। अभी तक मृतक की मां और पत्नी को यह भी नहीं बताया है कि जितेंद्र का शव मिला है। देर सांय तक शव के गांव पहुंचने की उम्मीद है।बता दें कि रैणी-तपोवन में आई आपदा में 200 से अधिक लोगों के साथ रौलाकोट गांव का जितेंद्र धनाई (30) पुत्र मातबर धनाई भी लापता चल रहा था। उसका शव सुरंग से रेसक्यू किया गया। ग्राम प्रधान आशीष डंगवाल ने बताया कि चमोली प्रशासन ने रात को इसकी सूचना दी। बताया कि जितेंद्र के पिता मातबर सिंह धनाई मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं। मां ऊषा देवी और पत्नी नीलम देवी को अभी आस है उनका सहारा लौट आएगा। उन्हें जितेंद्र के शव मिलने की सूचना नहीं दी है। जितेंद्र की पांच बहने हैं, जिनमें से चार की शादी हो चुकी है। एक छोटी बहन की शादी होनी बाकी है। मृतक के तीन साल के बेटा आरूष को घटना की कोई जानकारी नहीं है। जितेंद्र करीब तीन-चार साल से ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में कार्यरत था। ग्राम प्रधान ने बताया कि गांव के मुकेश धनाई, धनवीर सिंह, शिव सिंह बिष्ट आदि लोग शव लेने जोशीमठ रवाना हुए थे। देर सांय तक शव गांव पहुंचेगा। अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा। गांव के लोग जितेंद्र की मां और परिवार को ढांढस बंधा रहे हैं। परिवार की आर्थिकी का एक मात्र सहारा चले जाने से मातबर सिंह पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। उन्होंने शासन-प्रशासन से उचित मुआवजा दिए जाने सहित जितेंद्र की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।


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