
रुद्रप्रयाग(आरएनएस)। शिव-पार्वती का विवाह स्थल त्रियुगीनारायण वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में लगातार नई उपलब्धियां हासिल कर रहा है। यहां कई हस्तियां विवाह कर चुके हैं जबकि प्रतिदन विवाह करने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। शासन-प्रशासन के सहयोग बीते चार साल में त्रियुगीनारायण में 750 विवाह संपन्न हुए हैं। त्रियुगीनारायण को डेस्टिनेशन वेडिंग हब के रूप में विकसित करने के जिला प्रशासन के निरंतर प्रयास में जुटा है। भगवान शिव और पार्वती के पौराणिक विवाह स्थल के रूप में प्रसिद्ध त्रियुगीनारायण में एक ओर लोगों की पहली पंसद बन रहा है वहीं देश-दुनिया के जोड़ों की यहां विवाह करने का सपना भी निरंतर पूरा हो रहा है। यहां होने वाले विवाह के चलते क्षेत्र की स्थानीय आर्थिकी में निरंतर इजाफा हो रहा है। जबकि पर्यटन को भी नए आयाम मिल रहे हैं। स्थानीय होटल, होमस्टे, परिवहन, फूल-व्यवसाय, बैंड-बाजा एवं पुजारी समुदाय को सीधा लाभ मिल रहा है। बीडीओ थराली की शादी हुई त्रियुगीनाराण में बीते दिन खंड विकास अधिकारी थराली नितिन धानिया द्वारा भी अपनी शादी का आयोजन त्रियुगीनारायण में ही किया गया। प्रशासनिक स्तर पर यह पहल क्षेत्र में वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में नई ऊर्जा और पहचान ला रही है। त्रियुगीनारायण पुरोहित समिति के अध्यक्ष सच्चिदानंद पंचपुरी ने बताया कि 2022 से यहां औपचारिक रूप से विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसके बाद शिव-पार्वती के दिव्य विवाह स्थल पर डेस्टिनेशन वेडिंग की संख्या में लगातार वृद्धि हुई। वर्ष 2022 से 2025 के बीच कुल 750 विवाह संपंन हुए। जिसमें वर्ष 2022 में 50 विवाह, 2023 में 200 विवाह, 2024 के 200 विवाह तथा 2025 में अब तक 300 विवाह संपन्न हुए हैं।


