तिरंगे के अपमान को लेकर पूर्व सैनिकों में रोष, दोषियों पर सख्त कार्रवाई की माँग

अल्मोड़ा। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली लाल किले पर तिरंगे के अपमान को लेकर पूर्व सैनिकों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने किसानों के नाम पर किए गए इस कृत्य को देशद्रोह करार दे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की पुरजोर मांग की। उन्होंने कहा कि इस तरह का अपमान पूर्व सैनिक कदापि बर्दास्त नहीं करेंगे। द्वाराहाट ब्लाक के सुदूर सिरौत घाटी निवासी पूर्व सैनिक स्वरूप सिंह 26 जनवरी की घटना से आहत हैं। उन्होंने किसान आंदोलन के नाम पर गणतंत्र दिवस पर लाल किले में हुई घटना को शर्मनाक बताया है। इधर, भूतपूर्व सैनिक लीग बग्वालीपोखर के मंगलवार को रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्त्रम में 26 जनवरी को तिरंगे के अपमान को लेकर भारी आक्त्रोश देखा गया। पूर्व सैनिकों ने उक्त घटना को अंजाम देने वालों को देशद्रोही करार दे उनके खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि देश का सैनिक तिरंगे की आन बान शान के लिए अपनी जान न्यौछावर तो कर देता है, लेकिन उसे झुकने नहीं देता। परंतु कुछ देशद्रोहियों ने गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर देश की धरोहर लाल किला पहुंच तिरंगे का अपमान किया। इसे बिल्कुल भी बर्दास्त नहीं किया जा सकता। पूर्व सैनिकों ने ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की माग की। कार्यक्त्रम की अध्यक्षता कुंवर सिंह नेगी व संचालन मोहन सिंह बिष्ट ने किया। मौके पर बहादुर सिंह, देवेंद्र सिंह बिष्ट, दौलत सिंह, ललित मोहन नेगी, खडक़ सिंह, जीवन परिहार, हीरा सिंह मेहता, आनंद सिंह, गिरधर सिंह, धरम सिंह, भूपाल सिंह भरड़ा, प्रेमा देवी, नंदी देवी, भगवती देवी, कुसमा देवी आदि मौजूद रहे।


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