तिमली रेंज की जैव विविधता से रूबरू हुए प्रशिक्षु वनाधिकारी

विकासनगर(आरएनएस)। भारतीय वन सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने रविवार को भूमि वन संरक्षण प्रभाग के तिमली रेंज का भ्रमण कर जैव विविधता और जंगल में मौजूद जानवरों के प्रजातियों के बारे में जाना। स्थानीय वन कर्मियों और ग्रामीणों से विचार साझा कर हिमालयी राज्य के जंगलात, जैवविविधता व मिश्रित वनों के क्षेत्रफल आदि की गहन जानकारी भी जुटाई। रविवार सुबह दस बजे प्रशिक्षु वन अधिकारियों का दल टिमली रेंज के धर्मावाला स्थित मुख्यालय पहुंचा। जहां से स्थानीय वन कर्मियों के साथ जंगल के लिए रवाना हुआ। तिमली के वन क्षेत्राधिकारी मुकेश कुमार ने प्रशिक्षु आइएफएस को भारतीय वन अधिनियम (उत्तरांचल संशोधन) ऐक्ट की जानकारी के साथ भारतीय वन संरक्षण, वन्य संरक्षण, वाइल्ड लाइफ के अंतर्गत वन्य जीव अपराधों से संबंधित कानूनों व वन अधिनियम की भी कई अहम विधिक जानकारियां दीं। उन्होंने पेड़ काटे जाने पर धारा 26 छह के अंतर्गत जुर्माना और दंड के प्रावधानों के अलावा वन विभाग की कार्य योजना, प्लांटेशन, वनों में लगने वाली आग व उससे बचाव से संबंधित जानकारियों से अवगत कराया। उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सीमा से सटे तिमली रेंज के जंगल अपनी जैव विविधता के लिए विख्यात है। प्रशिक्षु अधिकारियों ने इस जंगल में पाई जाने वाली प्रजातियों के बारे में जानकारी जुटाई। इसके बाद अधिकारियों शाहपुर, कल्याणपुर, आदूवाला के ग्रामीणों से संवाद कर उनकी आर्थिक गतिविधियों और जंगल पर ग्रामीणों की निर्भरता की जानकारी ली। भ्रमण दल में प्रशिक्षु वनाधिकारी गौरव कुमार पंत, नवीन वर्मा, साक्षी रावत, अनामिका, काकूल पुंडीर, संदीप, प्रिया, ओम प्रकाश, ईश कुमार, मुकेश कश्यप, रमेश कुमार, बबीता देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य रमेश कुमार सैनी आदि मौजूद रहे।