भीषण गर्मी से फट रहे आम और लीची के फल
विकासनगर(आरएनएस)। प्रचंड गर्मी से फलों का उत्पादन भी प्रभावित होने लगा है। आम और लीची के बगीचों में फलों के फटने और पेड़ से झड़ने के कारण बागवानों को भारी नुकसान हो रहा है। फलों पर बरप रहे मौसम के इस कहर से बागवान चिंतित हैं। कृषि विज्ञान केंद्र ढकरानी के वैज्ञानिक डॉ. शंकर दयाल ने कहा कि तेजी से बढ़ते तापमान के कारण फलों के फटने की समस्या को देखते हुए किसानों को लीची और आम की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए पौधों में लगातार नमी बनाएं रखनी होगी।मौजूदा परिवेश में लीची और आम के फलों का फटना गंभीर समस्या है, जो इनकी वृद्धि और विकास के दौरान होता है। इससे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। खासकर लीची के फलों के फटने की समस्या दिन में उच्च तापमान (35-40 डिग्री सेल्सियस) और कम सापेक्ष आर्द्रता (60 प्रतिशत) के कारण हो रहा है। इसमें आंतरिक और बाह्य दोनों कारकों की भूमिका शामिल है।
जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के अलावा, फलों की शुरुआती वृद्धि के दौरान फल के त्वचा का असामान्य विकास इस विकार को बढ़ावा दे रहा है। फलों की वृद्धि के अंतिम चरण के दौरान दरारें पड़ती हैं। फलों को फटने से बचाने के लिए किसान इसका त्वरित उपचार करें। डॉ. शंकर दयाल ने बताया कि कैल्शियम नाइट्रेट (0.5-1 प्रतिशत), बोरेक्स (0.4-0.8 प्रतिशत), जेड एन (0.4 प्रतिशत), जीए 3 (10 पीपीएम) के अकेले या मिलाकर छिड़काव किया जाना जरूरी है। समय पर सिंचाई और मल्चिंग करने से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।