तमिलनाडु में विमान यात्रियों के लिए सात दिनों का क्वारंटीन हुआ अनिवार्य

चेन्नई (आरएनएस)। तमिलनाडु सरकार ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के संक्रमण को रोकने की कवायद के तहत सभी विमानयात्रियों के लिए आज से सात दिनों का क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री सुब्रामण्यम ने कहा कि विदेशों से आने वाले सभी यात्रियों को आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी और उनके लिए सात दिनों का क्वारंटीन अनिवार्य है। श्री सुब्रामण्यम ने कहा, दूसरी जांच क्वारंटीन के आठवें दिन की जाएगी और रिपोर्ट के नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें बाहर जाने दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि गैर खतरे वाले देशों से आने वाले यात्रियों की अनियमित जांच को दो फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया गया है। पिछले दो दिनों में तीन हजार से अधिक यात्रियों की जांच की गई, जिसमें 52 यात्री कोविड से संक्रमित पाए गए है। वहीं इस संख्या में 39 यात्रियों में एस-जीन का लक्षण पाए गए है, जोकि ओमीक्रोन वेरिएंट से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि 39 यात्रियों के नमूनों को पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान अनुसंधान भेजा गया है। इसकी लगभग पांच दिनों में रिपोर्ट के आने का अनुमान है।
उल्लेखनीय है पिछले 20 दिनों में जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए 57 नमूनों में से 33 यात्री ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए है। वहीं 24 जांचों के परिणाम आना शेष है। सुब्रमण्यम ने कहा कि राज्य में ओमीक्रोन मामलों में कोई बढ़ोतरी दर्ज नहीं हुई है। इसके मामलों की संख्या 34 पर स्थिर है। राज्य में 15 दिसंबर को पहला मामला दर्ज हुआ था जिसमें दोहा के रास्ते नाइजीरिया से आई 47 वर्षीय महिला संक्रमित पाई गई थी। ओमीक्रोन से संक्रमित 34 मामलों में पांच मरीज इलाज से ठीक होकर छुट्टी मिल चुकी हैं, इसके साथ ही इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या बढक़र 12 हो गई है। राज्य में कुल 22 लोगों का इलाज चल रहा है।
उन्होंने संक्रमण को रोकने के लिए लोग समाजिक स्थानों, होटलों और रिसोर्ट में नए साल के जश्न को मनाने से बचे और अवसर को परिजनों के साथ कोविड नियमों का पालन करने का आग्रह किया है। उन्होनें कहा कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में 1.5 लाख बिस्तर और 1,400 मैट्रीक टन ऑक्सीजन को तैयार रखा गया है। इसमें शहर के राजीव गांधी सरकारी आम अस्पताल के 2,500 बिस्तर भी शामिल है। मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में 94 लाख लोगों की वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जानी शेष है।


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