स्वयं सहायता समूह से जोड़ने के नाम पर बारह लाख की ठगी

रुड़की। सहायता समूह के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने शिकायत पर जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि ठग ने अपना जाल उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश तक फैलाया है। पीड़ितों ने तहरीर लेकर मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है। गंगनहर कोतवाली को रुड़की और बिजनौर निवासी महिलाओं ने बताया कि उन्हें एक युवक मिला था। जिसने अपना नाम निक्की बताया था और अपने आपको एक ट्रस्ट का मैनेजिंग ट्रस्टी बताया था। कहा था कि महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़ने की योजना है। हर महिला को 15 हजार रुपये तनख्वाह देने की बात कही गई थी। ट्रस्टी में महिलाओं को मेंबर बनाने का काम बताया था। पीड़ित महिलाओं के अनुसार 200 रुपये फार्म के नाम पर लिए और दस हजार रुपये का लोन दिलाने का आश्वासन दिया था। पीड़ितों ने बताया कि सभी महिलाओं ने 150 से 200 तक सदस्य बनाए और प्रति व्यक्ति से 200 रुपये फार्म के लिए लेकर निक्की को दिए थे। रकम लेकर करीब एक से डेढ़ महीने तक काम करने के बाद तनख्वाह नहीं मिली। जिसके बाद जिन लोगों के फार्म भरवाए गए थे वो लोन के पैसे मांगने लगे। विरोध और मांग बढ़ने पर निक्की ने आजकल में पूरी प्रक्रिया के बाद लोन दिलाने की बात कही थी। बढ़ते विरोध पर 30 अगस्त तक का सभी हिसाब करने की बात कही गई। आरोप है कि झांसा देकर करीब बारह लाख रुपये की ठगी की गई है। इंस्पेक्टर ऐश्वर्य पाल ने बताया कि तहरीर पर जांच शुरू कर दी गई है।


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