सोलानी नदी में पानी आने से बर्बाद हुई सब्जियां

रुड़की(आरएनएस)।  महीनों से सूखी पड़ी सोलानी नदी में गुरुवार को पानी का बहाव बढ़ना शुरू हो गया। देर रात तक पानी इतना हो गया कि नदी किनारे बोई गई सब्जियों की फसल इसमें बहकर बर्बाद हो गई। इससे लक्सर क्षेत्र के करीब 30 गांवों के चार सौ से ज्यादा किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है। बरसात के 4-5 महीने के अलावा सोलानी नदी या तो सूखी रहती है, या कहीं कहीं थोड़ा बहुत पानी होता है। गर्मी के सीजन में सोलानी के आसपास बसे क्षेत्र के सहित करीब 30 गांवों के मजदूर परिवार नदी के किनारे पलेज लगाकर मौसमी सब्जियों की फसल पैदा करते हैं। इस बार भी करीब 400 लोगों ने खीरा, ककड़ी, लौकी, तोरी, भिंडी, कद्दू, हरी मिर्च, टमाटर, खरबूजा, तरबूज की फसल उगा रखी थी। ओमपाल, देवी सिंह ने बताया कि ऊपर से दो दिन पहले सोलानी में पानी छोड़ा गया था। इससे क्षेत्र में गुरुवार सुबह से नदी में पानी आने लगा था। बाद में इतना पानी आया कि सब्जियों की सारी फसल बह गई है। अनिल कुमार, भूपेंद्र, रवि कश्यप ने बताया कि फिलहाल फसल में काफी फल लगा था। पानी से सब नष्ट हो गया है। मैनपाल, लालू, सुखदेव ने बताया कि फसल की सुरक्षा के लिए वे वहीं झोपड़ी बनाकर परिवार सहित रहते भी हैं। नदी में पानी आने की सूचना पर उन्होंने झोपड़ी में मौजूद परिवार के सदस्यों व सामान को पहले ही हटा दिया था। इसलिए पानी से कोई जनहानि तो नहीं हुई है, परंतु करीब 20 लाख कीमत की सब्जी की फसल बर्बाद हो गई है।

इन गांवों के लोगों की फसल हुई बर्बाद
मखियाली खुर्द, मखियाली कलां, लादपुर, जैनपुर, रणसूरा, मुबारिकपुर, डौसनी, मौहम्मदपुर बुजुर्ग, रजबपुर, भुरनी, भुरना, कुंआखेड़ा, ढाढेकी, दाबकी, महेसरा, महेसरी, मथाना, मौहम्मदपुर, सहीपुर, हस्तमौली, याहियापुर, कर्णपुर, अब्दुल रहीमपुर आदि।


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