स्मार्ट मीटर और बिजली बोर्ड के निजीकरण के विरोध में धरना प्रदर्शन

अल्मोड़ा। कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) जिला अल्मोड़ा की ओर से बिजली बोर्ड में निजीकरण और स्मार्ट मीटर के विरोध में राज्यव्यापी आह्वान के तहत स्थानीय गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्मार्ट मीटर वास्तव में बिजली बोर्ड के निजीकरण की दिशा में पहला कदम है, जिसका सीधा नुकसान राज्य के गरीब, किसान और मध्यमवर्गीय परिवारों को होगा। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि पूरे देश में बिजली क्षेत्र में रिलायंस, अडानी, टाटा पावर ग्रुप जैसे बड़े कॉर्पोरेट्स द्वारा खुली लूट की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह जिओ ने पहले मुफ्त सिम बांटकर लोगों को आकर्षित किया और बाद में मनमानी दरों से वसूली शुरू की, वैसा ही प्रयोग अब बिजली क्षेत्र में किया जा रहा है। वक्ताओं ने भाजपा सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार की नीतियों के कारण बिजली क्षेत्र धीरे-धीरे निजी हाथों में जा रहा है। इससे लाखों कर्मचारियों की नौकरियां खतरे में पड़ जाएंगी, पेंशन पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा और स्थायी रोजगार के अवसरों में भी कमी आएगी। इसके अलावा, बीपीएल परिवारों, भूतपूर्व सैनिकों, किसानों, लघु उद्योगों और उनसे जुड़े कर्मचारियों को मिलने वाली बिजली छूट में भी कटौती की आशंका है। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार ऊर्जा प्रदेश का नारा देकर उत्तराखंड के महत्वपूर्ण संसाधनों को कॉर्पोरेट कंपनियों को सौंपने में लगी है, जो राज्य के हितों के खिलाफ है। इस जनविरोधी नीति के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है और इसीलिए यह धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस अवसर पर आर.पी. जोशी, यूसुफ तिवारी, योगेश कुमार, सुनीता पांडे, मुमताज अख्तर, राधा, सुशील कुमार सहित कई लोग उपस्थित रहे।

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