सिवाली पातल में काटे बांज-बुरांश के हरे पेड़

टिहरी। ठांगधार सिवाली पातल में संरक्षित प्रजाति के बांज-बुरांश के कई हरे पेड़ों को काटने का मामला समाने आया है। ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापवाही का आरोप लगाते हुए पेड़ कटाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। टिहरी वन प्रभाग के सिवाली पालत तोक के बुग्गीधार में भू माफिया के साथ मिलकर गांव के एक व्यक्ति ने संरक्षित प्रजाति के बांज, बुरांश और देवदार के दर्जनों पेड़ों को अवैध रूप से काटा डाला। सिवाली पातल निवासी रणवीर सिंह तथा जितेंद्र सिंह ने बताया कि सिवाली पातल में उनकी पैतृक भूमि है, जिस पर बांज बुरांश और देवदार के दर्जनों पेड़ हैं। बताया वह दोनों भाई वर्तमान समय में हरिद्वार रहते है। बताया कि ग्रामीणों द्वारा बीते दिसंबर माह में उन्हें पेड़ों के काटाने की सूचना दी गई। उन्होंने बताया कि गांव के शैलेन्द्र सिंह ने भू माफिया के साथ मिलकर उनकी पैतृक भूमि पर से बांज, बुरांश और देवदार छोटे-बड़े दर्जनों हरे पेड़ काट डाले। इस संबंध में उन्होंने वन विभाग और राजस्व विभाग के कर्मचारियों से शिकायत की थी, लेकिन पेड़ काटने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होते देख उन्होंने टिहरी वन प्रभाग के डीएफओ को लिखित शिकायती पत्र दिया है। बताया बीते कई सालों से सिवाली पालत में जमीन खरीद फरोक्त का धंधा जोरों पर चल रहा है, जिसमें भू माफिया के साथ कई स्थानीय लोग भी शामिल हैं। उन्होंने संरक्षित प्रजाति के पेड़ काटने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।