एसआईटी के कड़े रुख के बाद बयान दर्ज कराने पहुंचे संदिग्ध अभ्यर्थी

हरिद्वार। पटवारी भर्ती और एई-जेई प्रश्नपत्र लीक मामले में प्रश्न पत्र खरीदने वाले संदिग्ध अभ्यर्थियों को बयान दर्ज कराने के लिए बार बार बुलाने पर भी न आने पर एसआईटी ने कड़ा रुख अपनाया। एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर संदिग्ध अभ्यर्थियों के घरों पर दस्तक देने के बाद अभ्यर्थी बयान दर्ज कराने के लिए रोशनाबाद पुलिस लाइन में एसआईटी के समक्ष पहुंचे। दिन भर में कई अभ्यर्थियों के बयान दर्ज किए गए। माना जा रहा है कि अब जल्द दोनों मामलों में जेल जा चुके आरोपियों के खिलाफ एसआईटी जल्द चार्जशीट दाखिल कर सकती है। राज्य लोक सेवा आयोग की पटवारी और जेई-एई भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कर अभ्यर्थियों को बेचने का खुलासा हो चुका है। दोनों परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में एसटीएफ-एसआईटी 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। गिरफ्तार आरोपियों में लोक सेवा आयोग के दो अनुभाग अधिकारी, एक अधिकारी की पत्नी भी शामिल है। एसआईटी की छानबीन में पता चला है कि पटवारी भर्ती का पेपर करीब 50 अभ्यर्थियों को बेचा गया था जबकि जेई-एई का लीक पेपर भी 40 अभ्यर्थियों तक पहुंचा था। आरोपियों के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा साक्ष्य जुटाने के लिए एसआईटी गवाह के तौर पर पेपर खरीदने वाले अभ्यर्थियों के बयान दर्ज कर रही है, जिससे कोर्ट में आरोपियों को सजा दिलाने के लिए मजबूत पैरवी की जा सके। पिछले कुछ दिनों से अभ्यर्थी बयान दर्ज कराने में भी आलस दिखा रहे थे। एसआईटी का पर्यवेक्षण कर रहे एसएसपी अजय सिंह ने इसका संज्ञान लेते हुए अभ्यर्थियों की सूची थाना कोतवाली प्रभारियों को भेजी। एसएसपी के निर्देश पर थाने कोतवाली की पुलिस ने अभ्यर्थियों के घरों पर दस्तक दी। गुरुवार को बड़ी संख्या में अभ्यर्थी अपने बयान दर्ज कराने के लिए रोशनाबाद पुलिस लाइन में एसआईटी के समक्ष पहुंच गए। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पेपर लीक मामले में साक्ष्य संकलन की प्रक्रिया चल रही है। जेल जा चुके आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। फरार आरोपियों की तलाश भी जारी है।