सिंगापुर सरकार ने नहीं किया रहम, भारतीय मूल के व्यक्ति को दी गई फांसी

सिंगापुर। भारतीय मूल के मलेशियाई नागरिक नागेंथ्रन धर्मलिंगम को मादक पदार्थों की तस्करी में दोषी करार दिए जाने के बाद बुधवार की सुबह फांसी दे दी गयी। रिपोर्ट के अनुसार मानसिक रूप से विक्षिप्त 34 वर्षीय धर्मलिंगम को 2009 में सिंगापुर में 42.7 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था। सिंगापुर की एक अदालत ने इस मामले में उसे 2010 में फांसी की सजा सुनाई थी।
अदालत के इस फैसले पर कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं के बयान सामने आए थे। संयुक्त राष्ट्र समेत मलेशिया के प्रधानमंत्री इस्माइल साबरी याकूब और ब्रिटेन के अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन सहिन अन्य ने धर्मलिंगम के मानसिक रूप से विक्षिप्त होने के बाद भी यह सजा दिये जाने की निंदा की। इससे पहले सिंगापुर की एक अदालत ने धर्मलिंगम के मां की एक याचिका को खारिच कर दिया था।
रिपोर्ट में मृत्युदंड विरोधी समूह रेप्रिव के हवाले से कहा गया कि धर्मलिंगम को फांसी दिया जाना, न्याय का गर्भपात करने के सामान है। रेप्रिव की निदेशक माया फोआ ने कहा, मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति को फांसी दिया गया, क्योंकि उसे तीन बड़े चम्मच से कम डायमॉर्फिन ले जाने के लिए मजबूर किया गया था। यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का घोर उल्लंघन है।


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