सचिव सिंचाई के खिलाफ महासंघ ने खोला मोर्चा

-महासंघ को वार्ता के लिए न बुलाने पर 17 अक्तूबर से चरणबद्ध आंदोलन का किया ऐलान
-21 सूत्रीय मांगों पर कार्रवाई न होने पर 27 अक्तूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी

देहरादून। सिंचाई विभाग कर्मचारी महासंघ ने सचिव सिंचाई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। महासंघ ने कर्मचारियों की 21 सूत्रीय मांगों के निस्तारण को लेकर सचिव स्तर से वार्ता का समय न देने पर 17 अक्तूबर से चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया। 27 अक्तूबर से कर्मचारी पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। सचिव सिंचाई को भेजे आंदोलन नोटिस में अध्यक्ष पूर्णानंद नौटियाल और महामंत्री राकेश सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री और सिंचाई मंत्री अफसरों को स्पष्ट आदेश दे चुके हैं कि कर्मचारियों की मांगों के निस्तारण को नियमित रूप से बैठकों का आयोजन हो। इसके बाद भी सचिव स्तर से वार्ता का समय नहीं दिया जा रहा है। कई बार समय मांगने के बाद भी न दिए जाने पर महासंघ आंदोलन को मजबूर हुआ है। इसके विरोध में चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जा रहा है। 17 अक्तूबर को प्रमुख अभियंता सिंचाई विभाग देहरादून ऑफिस में धरना दिया जाएगा। 25 से 27 अक्तूबर के बीच प्रदर्शन किया जाएगा। 27 अक्तूबर को अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान होगा। ज्ञापन देने वालों में राजेंद्र सिंह नगरकोटी, बीएस डांगी, अनिल सिंह पंवार, भुवनेश्वर प्रसाद, बिशन गिरी, बलराम कुर्मी, दिलीप रावत, बीएस चौहान, जयप्रकाश यादव, निशंक सिरोही, सबर सिंह रावत, जंबू प्रसाद, सत्य प्रकाश डंगवाल, महेश प्रसाद उनियाल, दीपक शर्मा, टोनी सिंह, ओमप्रकाश भट्ट शामिल रहे।

प्रमुख मांगें
शासन स्तर से किए जाने वाले तबादलों पर लगाई जाए तत्काल रोक।
सिंचाई विभाग को गैर तकनीकी विभागों के निर्माण को कार्यदायी संस्था के रूप में स्थाई रूप से अधिकृत किया जाए।
सिंचाई विभाग का किया जाए पुनर्गठन, एकीकरण की स्थिति न की जाए पदों में कटौती।
सिंचाई विभाग के आवासों का नियम विरुद्ध आवंटन किया जाए बंद।
कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के लिए बेस कैंप की दी जाए सुविधा।
विभाग में रिक्त पदों पर पदोन्नति के साथ की जाए नियुक्ति।
सींचपाल, नलकूप चालक पद पर शैक्षिक योग्यता की जाए स्नातक।
समूह ग से कनिष्ठ अभियंता सिविल में पदोन्नति को जरूरी सेवा दस वर्ष के स्थान पर यूपी की तरह की जाए सात वर्ष।


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