शिवांग अपहरणकांड के आरोपियों को जेल भेजा
हरिद्वार। शिवांग अपहरणकांड से लेकर उसे खरीदने में शामिल रहे आरोपियों को ज्वालापुर पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए गए। पुलिस ने कोर्ट के आदेश के बाद आरोपियों को जिला जेल में दाखिल कर दिया। शनिवार को मोहल्ला कड़च्छ निवासी रविंद्र के आठ माह के बेटे शिवांग का घर से अपहरण कर लिया गया था। मासूम की मां को करीब ढाई घंटे बाद बेटे के अपहरण की जानकारी मिल सकी थी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस सक्रिय हो गई थी लेकिन कई घंटों तक चली एक्सरसाइज के बाद भी पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी थी। पुलिस अभी मासूम की तलाश के लिए दिमाग मथ ही रही थी कि एक स्थानीय पत्रकार नरेश तोमर ने मासूम के संबंध में अहम जानकारी दे दी थी। पुलिस ने चंद मिनटों में सप्तऋषि क्षेत्र से मासूम को बरामद कर लिया था, जिसके बाद पूरे घटनाक्रम का परत दर परत खुलासा हो गया था। मासूम का अपहरण पड़ोस की रहने वाली महिला सुषमा एवं उसकी बेटी किरण ने किया था, जिसके बाद सुषमा ने मोहल्ले में रहने वाली अपनी समधन अनीता की मदद से मासूम को आशा कार्यकत्री रुबी पत्नी अमित निवासी सीतापुर एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री आशा पत्नी मनोज निवासी मोहल्ला कड़च्छ को सौंप दिया था। इन दोनों ने मासूम को खरीदार संजय पुत्र अशोक निवासी श्यामपुर कांगड़ी को देकर उसकी एवज में पचास हजार की रकम ले ली थी जबकि दो लाख की रकम कुछ दिन बाद देना तय हुई थी। मासूम के अपहरण को लेकर अधिक शोर शराबा होने के चलते आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने मासूम को सौंपने के लिए पत्रकार नरेश तोमर से संपर्क साधा था, जिसके बाद उन तक पहुंचने में पुलिस कामयाब रही थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए देर रात को ही खरीदार की पत्नी पारूल को भी गिरफ्तार कर लिया था। सोमवार को ज्वालापुर पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि अब जल्द ही मामले में आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा।