शिक्षकों ने की वेतनवृद्धि की वसूली पर रोक लगाने की मांग

विकासनगर। राजकीय शिक्षक संघ ने शिक्षकों से वेतनवृद्धि की वसूली करने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए वसूली पर रोक लगाने की मांग की है। इसके साथ ही कई अन्य लंबित समस्याओं का समाधान नहीं होने पर शिक्षकों ने नाराजगी जताई। शनिवार को राजकीय इंटर कॉलेज सोरना-डोभरी में संपन्न हुई राजकीय शिक्षक संघ की बैठक में शिक्षकों के तल्ख तेवर देखने को मिले। संघ के ब्लॉक अध्यक्ष सुधीरकांति ने कहा कि चयन और प्रोन्नत वेतनमान पर एक वेतन वृद्धि दी जानी चाहिए। जिन शिक्षकों को यह वेतनवृद्धि मिली है, उनसे वसूली नहीं की जानी चाहिए। कहा कि विभाग ने पहले वेतनवृद्धि लागू की अब वसूली के तौर पर भारी भरकम राशि वापस ली जा रही है, जिससे कई शिक्षकों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों की भविष्य निधि का अंशदान इस वसूली से समाप्त हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लंबे समय से एलटी से प्रवक्ता और प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति की प्रक्रिया अटकी हुई है। जिससे कई शिक्षक तीस साल से अधिक की सेवा के बाद एक ही पद पर रहते हुए सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
ब्लॉक महामंत्री चंडी प्रसाद नौटियाल ने कहा कि पारस्परिक स्थानांतरण सूची जारी करने में विभागीय अधिकारी लेटलतीफी कर रहा है, जिसका खामियाजा शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। कई विद्यालयों में शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों के पद रिक्त पड़े हुए हैं, जिससे शिक्षण और प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। लिपिकीय संवर्ग के पद रिक्त होने के कारण शिक्षकों को ही कार्यालय संबंधी कार्यों का निर्वहन करना पड़ रहा है। बैठक के सभी समस्याओं पर जल्द कार्यवाही किए जाने की मांग शिक्षकों ने की। किसन सिमल्टी, दिनेश देवराड़ी, राजीव शर्मा, तेजवीर मलिक, एचएस रावत, महेंद्र रावत, हरीश सिंघल, डीपी थपलियाल, सीमा चौहान, नरेंद्र चौधरी, नबाबुद्दीन खान आदि मौजूद रहे।


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