शिक्षकों-छात्रों ने की प्राचीन एवं प्राकृतिक जलस्रोतों की सफाई
रुद्रप्रयाग। राजकीय महाविद्यालय जखोली की प्राचार्य डॉ. कुमारी माधुरी के निर्देशन में महाविद्यालय के प्राध्यापक डा. देवेश चंद्र, डा.सुभाष कुमार, डा.विकास शुक्ला सहित अन्य कर्मचारियों देवेंद्र बुटोला, अनिल कुमार के साथ ही छात्र-छात्राओं के सहयोग से पर्यावरण संवर्धन एवं संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम के तहत ग्राम कपणियां के प्राचीन एवं प्राकृतिक जल स्रोतों की साफ सफाई और पुनरुद्धार कार्यक्रम चलाया गया। कार्यक्रम की श्रृंखला की पहली कड़ी में ग्राम पंचायत कपणियां के सबसे प्राचीन एवं प्राकृतिक जलस्रोत केलापीर मंदिर के समीप रैतिया पानी व प्राचीन प्राकृतिक जल स्रोत डिगी धारा एवं सोणानी धारा की साफ-सफाई की गई। कार्यक्रम में डा.देवेश चन्द्र ने क्षेत्र की जनता को प्राकृतिक जल स्रोतों के महत्व और रख-रखाव, साफ-सफाई हेतु जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जिस प्रकार पर्यावरण को लेकर पर्यावरणविदों और उत्तराखंड सरकार द्वारा लोगों को सचेत किया जा रहा है, उसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु जखोली महाविद्यालय द्वारा पर्यावरण हितों के लिए एक नई पहल की शुरुआत की गई। मौके पर डा. देवेश चंद्र, डा.सुभाष कुमार, डा.विकास शुक्ला, देवेंद्र बुटोला, अनिल कुमार, दिगपाल सिंह नेगी, प्रधान बचवाड रंजीत सिंह, प्रधान कंपनियां ऋतुराज, राम सिंह राणा, क्षेपंस राजेश्वरी देवी, प्रेस क्लब के जिला अध्यक्ष बृजेश भट्ट, धर्मानंद भट्ट, शिक्षक वीरेंद्र राणा आदि ने इस कार्यक्रम में सहयोग किया।