शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन के लिए समर्पण भाव से कार्य करने की आवश्यकता

अल्मोड़ा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के आनंदम सभागार में जनपद के 6 विकासखण्डों के प्रधानाचार्य तथा खंड शिक्षा अधिकारियों की गुणवत्ता संवर्धन से संबंधित बैठक का आयोजन मुख्य शिक्षा अधिकारी अंबा दत्त बलोदी की अध्यक्षता में संपन्न किया गया। बैठक में निशुल्क पाठ्यपुस्तक, मध्याह्न भोजन योजना, विभिन्न छात्रवृत्ति योजना, इंस्पायर अवार्ड, समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत विभिन्न छात्रोपयोगी योजनाओं, सीखने की प्रतिफल पर आधारित मिशन कोशिश कार्यक्रम की जानकारी व समीक्षा की गई। कार्यक्रम में अपर निदेशक कुमाऊं मंडल लीलाधर व्यास मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। व्यास ने कहा कि शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन के लिए समर्पण भाव से कार्य करने की आवश्यकता है तथा राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों की कार्य योजना को अपने विद्यालय तक ले जाने का आह्वान किया। मुख्य शिक्षा अधिकारी अंबादत बलोदी द्वारा कर्मचारी सेवा नियमावली तथा आचरण नियमावली की जानकारी सभी प्रधानाचार्यों को दी। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक चंदन सिंह बिष्ट ने मिशन कोशिश व आनंदम पाठ्यचर्या के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सतत प्रयास करने का आह्वान किया। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक अत्रेश सयाना ने विद्यालय स्तर पर प्रार्थना सभा को सुनियोजित ढंग से संचालित करने व शैक्षिक संप्राति स्तर में सुधार करने हेतु विभिन्न कार्य योजना पर बातचीत की। डायट प्राचार्य जीजी गोस्वामी व जी एस गैड़ा, डॉ हेमचंद जोशी द्वारा गुणवत्ता संवर्धन हेतु चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। इस अवसर पर अपर निदेशक तथा मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा उत्तराखंड बोर्ड में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले पियूष खोलिया व उसकी माता भगवती खोलिया को स्मृति चिन्ह तथा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पुष्कर सिंह भैसोड़ा, धीरेन्द्र कुमार पाठक, रमेश सिंह रावत, डॉ दीपा जलाल, हेमलता धामी, खंड शिक्षा अधिकारी लमगड़ा प्रेमा बिष्ट, खंड शिक्षा अधिकारी स्याल्दे वंदना रौतेला आदि सहित जनपद के 160 विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित थे।