परवाणू के मछलियों वाले तालाब का निरीक्षण करने पहुंचे एस.डी.एम  

सोलन(परवाणू)। सेक्टर- एक स्थित तालाब में शनिवार को सैंकड़ों मछलियां संदिग्ध हालत में मरी  पायी गई। जिसे देखते हुए नगर परिषद अध्यक्ष निशा शर्मा व समाज सेवी सतीश बेरी ने तुरंत मौके पर पहुँच कर बाकि मछलियों को बचाने के लिए पानी के टेंकर डलवाए। साथ ही मामले की जांच शुरू कराई जिसमे प्रदूषण विभाग ने मौके पर कुछ परीक्षण कर मछलियों के मरने का कारण पानी में ऑक्सीजन की कमी बताया।
नप अध्यक्ष निशा शर्मा ने उप प्रभागीय न्यायाधीश (एस.डी.एम) संजीव धीमान को इस मामले से अवगत कराया जिसे जानने के बाद सोमवार को एस.डी.एम. संजीव कुमार धीमान  ने उक्त तालाब का निरिक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अग्निशमन विभाग को इसमें समय समय पर पानी डालने के निर्देश दिए तथा इसका स्थायी समाधान ढूंढने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर नप अध्यक्ष निशा शर्मा व उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा तथा एनिमल एंड बर्ड सोसाइटी के अध्यक्ष व समाज सेवी सतीश बेरी व  पार्षद राजेश शर्मा मौजूद रहे। निशा शर्मा ने एस.डी.एम. को बताया की तालाब के जीर्णोद्धार के लिए उपायुक्त द्वारा 7 लाख की मंजूरी दे दी गई थी परन्तु स्थानीय नेता द्वारा हस्तक्षेप के चलते काम नहीं हो सका।
सतीश बेरी ने कहा की पिछले 25 वर्षों में ऐसा नहीं हुआ और तालाब के जीर्णोद्धार को लेकर छिड़े विवाद के चलते इस बात का शक लाज़मी है की मछलियों या तालाब के पानी के साथ छेड़छाड़ हुई है। हालाँकि यह जाँच का विषय है तथा प्राथमिक जांच में मछलियों के मरने का कारन  ऑक्सीजन की कमी सामने आई है। उन्होंने कहा कि यह जंगली जानवरों की प्यास बुझाने का एकमात्र जलाशय है तथा इसका संरक्षण आवश्यक है। निशा ने कहा की तालाब के जीर्णोद्धार से यह परवाणू का  एक बेहतर पर्यटन स्थल बन सकता है।