धामों में तैनात होंगे पयर्टन सहायता और सुरक्षा मित्र: महाराज
सरल, सहज, सुगम एवं सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी, 16,89,496 यात्रियों का पंजीकरण
जीएमवीएन गेस्ट हॉउसों की बुकिंग ने किया 10 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार
देहरादून। उत्तराखण्ड के सुप्रसिद्ध चार धामों में से उत्तरकाशी स्थित दो धाम श्री गंगोत्री व यमुनोत्री जी के कपाट अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर शुभमुहूर्त पर खोल दिए गए हैं। यात्रियों के लिए यात्रा सरल, सहज, सुगम एवं सुरक्षित हो इसके लिए प्रदेश सरकार सदैव तत्पर है।
उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने शनिवार को जारी अपने एक बयान में कही। उन्होने कहा कि सरकार ने चारधाम सहित हेमकुंड यात्रा के लिए भी अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है। चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सहायता के लिए आउट सोर्स माध्यम से पुरुष और महिला ष्पर्यटन सहायता व सुरक्षा मित्रष् की तैनाती की जा रही है।
चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए श्री महाराज ने यात्रियों से आग्रह किया है कि यात्री विस्तृत सुविधाओं का लाभ लेने के लिए अपना पंजीकरण अवश्य करवाएं।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि मां गंगा की उत्सव डोली शुक्रवार को अपने शीतकालीन प्रवास मुखवा (मुखिमठ) से हजारों श्रद्धालुओं के जयकारे के साथ प्रस्थान कर रात्रि विश्राम भैरोघाटी में करने के उपरांत भैरो मन्दिर से प्रस्थान कर गंगोत्री धाम पहुंची। गंगोत्री में शुभमुहूर्त 12 बजकर 35 मिनट पर तीर्थ पुरोहितों के द्वारा पूजा-अर्चना कर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए।वहीं मां यमुना जी की उत्सव डोली प्रातः अपने शीतकालीन प्रवास खरसाली से अपने भाई शनिदेव की अगुवाई में कालिन्दी पर्वत की तलहटी में स्थित यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। यमुनोत्री में वैदिक मंत्रोच्चार व विधि विधान के साथ तीर्थ पुरोहितों के द्वारा 12 बजकर 41 मिनट पर धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गए हैं।
श्री महाराज ने कहा कि केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल व बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाएंगे। गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथी आज से चारधाम यात्रा भी प्रारंभ हो गई है। सरकार ने चारधाम सहित हेमकुंड यात्रा के लिए भी अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है। चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सहायता के लिए आउट सोर्स माध्यम से पुरुष और महिला ष्पर्यटन सहायता व सुरक्षा मित्रष् की तैनाती की जा रही है।
उन्होने बताया कि 18 फरवरी 2023 से प्रारम्भ हुये चारधाम एवं हेमकुण्ड यात्रियों के पंजीकरण के तहत अभी तक 16,89,496 (सोलह लाख नवासी हजार चार सौ छियानबे) यात्री अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। विभिन्न धामों में यात्रियों के पंजीकरण की यदि हम बात करें तो अभी तक केदारनाथ हेतु 6,00,434 (छः लाख चार सौ चौतीस), बद्रीनाथ हेतु 5,07,759 (पांच लाख सात हजार सात सौ उनसठ), गंगोत्री हेतु 3,07,068 (तीन लाख सात हजार अड़सठ), यमुनोत्री हेतु 2,62,621 (दो लाख बासठ हजार छः सौ इक्कीस) एवं हेमकुण्ड हेतु 11,614 (ग्यारह हजार छः सौ चौदह) यात्री अपना पंजीकरण करवा चुके हैं।
धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने बताया कि 16 फरवरी 2023 से शुरू हुई जीएमवीएन गेस्ट हॉउसों की बुकिंग के तहत अभी तक कुल 10,15,59,209 (दस करोड़ करोड़ पंद्रह लाख उनसठ हजार दो सौ नौ रुपये से अधिक की बुकिंग भी की जा चुकी है।
उन्होने चार धाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि चार धाम यात्रा की विस्तृत सुविधाओं का लाभ लेने के लिए यात्री अपना पंजीकरण अवश्य करवाएं। चारधाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग की ऑनलाइन वेबसाइटregistrationandtouristc