संतों ने किया वृंदावन के राधा रमण लाल के प्राकट्य लीला का गुणगान

देहरादून(आरएनएस)।  डीएल रोड स्थित श्री चैतन्य गौड़ीय मठ में चल रहे वार्षिक कार्यक्रम के अवसर पर सोमवार को हुए प्रवचरों में संतों ने वृंदावन के राधा रमण लाल के प्राकट्य लीला का गुणगान किया। कथा के दौरान संतों ने बताया गोपाल भट्ट गोस्वामी शालिग्राम की पूजा करते हुए विचार करते थे कि मेरे ठाकुर जी का भी स्वरूप होता तो मैं भी उनका सुंदर-सुंदर श्रृंगार कर पाता। गोपाल भट्ट स्वामी एक दिन अपने शालिग्राम के आगे विरह वेदना में व्याकुल होकर रूदन करने लगे कि आप प्रहलाद के लिए खंभे से प्रकट हो गए, मेरे लिए शालिग्राम से प्रकट नहीं हो सकते। नरसिंह चतुर्दशी पूर्ण हुई। तब आज के दिन ही गुरु पूर्णिमा के दिन शालिग्राम से ठाकुर जी राधा रमन देव के रूप में प्रकट हो गए। संतों ने बताया वर्तमान समय में भी उनके दर्शन अलग-अलग स्वरूप में होते हैं। प्रत्येक दिन उनके चेहरे के अलग-अलग स्वरूप के दर्शन होते हैं। कभी मुस्कुराते हुए उनका एक दांत तो कभी मुस्कुराते हुए दोनों दांत के दर्शन होते हैं। भक्ति विचार विष्णु महाराज ने बताया कल मंगलवार को दोपहर बाद 4 बजे मठ से नगर संकीर्तन निकलेगा। डीएल रोड स्थित श्री चैतन्य गौड़ीय मठ से सोमवार को कथा में भक्ति वेदांत तेजस्वी महाराज, पर्वत महाराज, भक्त श्रवण तीर्थ महाराज, शुधा दीति महाराज ने प्रवचन किए। देश विदेश में हरिनाम संकीर्तन का प्रचार कर रहा गौड़िय मठ श्री चैतन्य गौड़ीय मठ के आचार्य भक्ति विचार विष्णु महाराज का कहना है कि गौड़ीय मठ के पूर्व आचार्य स्वामी श्री भक्त वल्लभ तीर्थ गोस्वामी महाराज का जन्म शताब्दी महोत्सव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। मठ में हुई प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि जन्म शताब्दी महोत्सव भारत के 14 प्रांतों की राजधानियों के साथ ही अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मन, फ्रांस, इटली, स्लोविया आदि देशों में हो चुका है। श्री राम नवमी 2026 तक भारत के सभी प्रांतों एवं विश्व के उन 25 देशों में जहां जहां महाराज ने सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार किया है, उन सभी देशों में यह जन्म शताब्दी समारोह मनाने का कार्यक्रम है। इसकी शुरूआत 21 मई से हो रही है। जल्द ही ऋषिकेश में दो एकड़ जमीन पर आश्रम बनाया जाएगा। जहां प्रचारक सिर्फ महिलाएं ही होंगी। मौके पर मठ रक्षक श्री चैतन्य गौड़ीय मठ स्वामी त्यागी महाराज, नीलम कोहली मौजूद रहीं।

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