साधु बने पति को लेकर पत्नी पहुंची थाने

रुड़की।  एक गांव निवासी व्यक्ति गृहस्थ जीवन छोड़कर संन्यास ले लिया। पत्नी ने भरण-पोषण के लिए गांव में संपत्ति में अपना अधिकार दिलाने की पुलिस से गुहार लगाई है। एक गांव निवासी व्यक्ति की करीब तीन साल पहले मौत हो गयी थी। परिवार ने उसकी मौत के बाद उसकी विधवा का विवाह देवर के साथ करवा दिया। एक बच्चा होने के बाद करीब आठ माह पहले वह घर छोड़कर चला गया था। संन्यास लेकर वह साधु बन गया। शुक्रवार को साधुभेष में वह झबरेड़ा आया हुआ था। किसी ने परिजनों को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही उसकी पत्नी व अन्य परिजन झबरेड़ा आकर साधु बने युवक को लेकर थाने पहुंच गए। पुलिस से उनकी समस्या का निवारण करने की गुहार लगाई। पुलिस ने साधु बने युवक को समझाया। वह गृहस्थ जीवन में लौटने को तैयार नहीं हुआ। थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल का कहना है कि यह पारिवारिक मामला है। दोनों के बीच काउंसलिंग कराई जा रही है। महिला को गांव में भिजवा दिया गया है और संपत्ति में हिस्सा पाने के लिए कोर्ट में वाद दायर करने को कहा गया है।