सड़क को लेकर ग्रामीणों की वार्ता रही विफल

पौड़ी(आरएनएस)। चौबट्टाखाल- एकेश्वर- बग्याली नाव -अमोठा और नाव- कीमोला- रैसोड़ा सड़कों के करीब दो दशक से अधिक समय बीतने पर भी डामरीकरण न होने पर स्थानीय ग्रामीणों में नाराजगी है। लोगों की नाराजगी को देखते हुए डीएम के निर्देशों के पर गठित समिति ने शनिवार को ग्रामीणों से वार्ता की। हालांकि समिति वार्ता विफल रही। इससे पूर्व कठूली, बग्याली, नाव,थापलू, नगरौली, पातल, किमोला आदि गांवों के ग्रामीणों ने अपुणु गौ मुल्क विकास समिति के अगुवाई में उक्त सड़कों के डामरीकरण नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया था। लेकिन वार्ता में कोई बात नहीं बन पाने की वजह से ग्रामीणों ने अपने निर्णय को भी यथावत रखा है। शनिवार को गठित समिति ने बग्याली में इस संबंध में समिति और ग्रामीणों से वार्ता की। पदाधिकारियों ने कहा की चुनाव बहिष्कार का निर्णय तब तक यथावत रहेगा जब तक कोई सक्षम अफसर, लोनिवि मंत्री वार्ता कर इस मामले में लिखित आश्वासन नहीं देते। समिति के सचिव प्रवेंद्र रावत ने कहा की वार्ता के दौरान कोई भी सक्षम अफसर मौजूद नहीं रहा। ऐसा लगता है कि शासन-प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है। प्रधान संघ अध्यक्ष पंकज पोखरियाल ने भी गुमराह करने का आरोप लगाया। बैठक में ग्रामीणों ने अपने निर्णय को यथावत रखने की बात कही। बैठक में मौजूद लोनिवि के कनिष्ठ अभियंता हरीश बर्मा ने बताया कि विभाग ने 5 किमी का प्रस्ताव शासन को भेजा है। इस पर वित्तीय स्वीकृति आनी है। इस पर भी स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई और अपने निर्णय रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे भी लगाएं। बैठक में सहायक खंड विकास अधिकारी एकेश्वर सुशील कुमार, नायब तहसीलदार सतपुली सुजान सिंह, राजस्व निरीक्षक अतुल बलोदी सहित समिति के अध्यक्ष स्वरूप धस्माना, रमेश पसबोला, अमित रावत आदि मौजूद रहे।


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