रूस-यूक्रेन युद्ध का प्रभाव, गेहूं 44 रुपये तो सरसों तेल 250 के पार

नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध के 17 दिन बाद भी खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। उधर रूस यूक्रेन के शहरों को भीषण बमबारी कर तबाह कर रहा है तो भारत में महंगाई बम आपके किचन के बजट को। हो सकता है आपके शहर में गेहूं 20-22 रुपये किलो मिल रहा हो, सरसों तेल 200 रुपये लीटर के नीचे हो, दालें सस्ती हों पर अपने ही देश में कई ऐसे शहर हैं, जहां शुक्रवार को गेहूं का फुटकर भाव 44 रुपये किलो पर पहुंच गया। यह हम नहीं बल्कि खुद केंद्र सरकार के आंकड़े कह रहे हैं। उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए आवश्यक वस्तुओं के खुदरा भाव के आंकड़े आपको मायूस कर सकते हैं। शुक्रवार 11 मार्च को बरेली में  सामान्य चावल 60 रुपये किलो था तो तुरा में 22 रुपये। राहुल गांधी केरल के जिस संसदीय क्षेत्र वायनाड से चुनकर आते हैं, वहां शुक्रवार को एक किलो गेहूं के लिए 44 रुपये चुकाने पड़े। हालांकि सबसे सस्ता गेहूं 17 रुपये मालदा में था। बगर गेहूं के आटे की बात करें तो देश में सबसे महंगा आटा 55 रुपये किलो देवनगिरि में तो सबसे सस्ता 21 रुपये पुरुलिया में है।

दालों का ये है हाल
चाल और रोटी के बाद आते हैं आम आदमी की सबसे बेसिक चीज दाल पर। देश में सबसे सस्ता चना दाल वाघई में 54 रुपये किलो है तो सबसे महंगा हल्द्वानी में 137 रुपये किलो। अगर अरहर दाल की बात करें तो सबसे महंगा 134 रुपये किलो बीकानेर में तो सबसे सस्ता 70 रुपये जगदलपुर में था। एर्नाकुलम में उड़द दाल सबसे महंगी है। यहं एक किलो उड़द दाल के लिए 137 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। वहीं, उड़द दाल का सबसे कम रेट 73 रुपये प्रति किलो रीवा में है। मूंग दाल हल्द्वानी में 128 तो होशंगाबाद में 84 रुपये है। मसूर दाल 134 रुपये तुमाकुरु में तो होशंगाबाद में 66 रुपये है।

खाद्य तेल के दाम में भी जमीन आसमान का अंतर
मूंगफली तेल का एक किलो का पैकेट लोहरदगा में 245 रुपये है तो वारंगल में 148 रुपये का। रामनापुरम में एक किलो सरसों तेल का पैकेट 260 रुपये में मिल रहा है तो सबसे सस्ता जबलपुर में 138 रुपये। वनस्पति सूरत में 92 रुपये है तो मैसूर में 229, सोय तेल साहिबगंज में 209 तो सूरत में 124 रुपये किलो। सूरजमुखी तेल 267 रुपये बीकानेर में तो 139 रुपये सूरत में जबकि, पाम तेल कटक में 177 रुपये तो 98 रुपये जबलपुर में है।

आलू-प्याज-टमाटर के भाव
अभी सब्जियों के तेवर नरम हैं। आलू 8 रुपये से 42 रुपये किलो तक मिल रहा है। शुक्रवार को बीकानेर में 42 रुपये किलो के रेट से आलू बिका तो पुरुलिया में मात्र 8 रुपये प्रति किलो। अगर प्याज की बात करें तो भोपाल में 18 रुपये तो आइजोल में 63 रुपये किलो है। टमाटर के भाव बेल्लारी में 7 रुपये तो सोहरा में 70 रुपये किलो है। बता दें आवश्यक वस्तुओं के दाम में अंतर उनकी क्वालिटी और ट्रांस्पोटेशन की वजह से है।

सीतारमण ने बढ़ती जिंस कीमतों पर चर्चा की
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए एक बैठक की और जिंस कीमतों में बढ़ोतरी के विश्व अर्थव्यवस्था पर असर सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
उन्होंने शुक्रवार को आईएमएफ कोटा की 16वीं आम समीक्षा और उभरते बाजारों तथा विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की जरूरत पर भी चर्चा की। वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, दोनों ने कोविड-19 टीकों की घटती वैश्विक आपूर्ति पर चिंता जताई।
वित्त मंत्री ने कहा कि भारत ने लोगों को 1.79 अरब खुराकें दीं। साथ ही जरूरतमंद देशों को 16.29 करोड़ खुराकें भेजीं। उन्होंने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के प्रभावित होने, जिंस कीमतों में तेजी और इसके विश्व अर्थव्यवस्था पर पडऩे वाले प्रभावों पर भी चर्चा की।