रूस की एयरस्ट्राइक से सूमी केमिकल प्लांट क्षतिग्रस्त, जहरीली अमोनिया गैस लीक

कीव।  रूसी सैनिकों ने उत्तरी यूक्रेन में सुमीखिंप्रोम केमिकल प्लांट पर भीषण गोलाबारी की है। जिसके बाद उससे ओमिनाय गैस लीक होना शुरू हो गई है। सूमी क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख दिमित्रो ज्यवित्स्की ने इस बात की जानकारी एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दी है।  रिसाव 21 मार्च को 04.30 बजे शुरू हुआ है। प्रभावित क्षेत्र का दायरा करीब 5 किलोमीटर तक है। ज्यवित्स्की ने बताया कि अमोनिया एक रंगहीन जहरीली विस्फोटक गैस होती है, जिसमें एक अलग तरह की तीखी गंध आती है।

अमेरिका का ऐसा मानना है कि रूस यूक्रेन में एक फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन चलाने की कोशिश में है और उसने यूक्रेन में रासायनिक या बैक्टीरियोलॉजिकल हथियारों का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है, ताकि यूक्रेनी पक्ष और पश्चिमी देशों को उसके लिए दोषी ठहरा सके। दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने मारियुपोल के एक स्कूल पर रूसी बमबारी की निंदा की है, जहां सैकड़ों नागरिकों ने शरण ले रखी थी। जेलेंस्की ने सोमवार तडक़े एक वीडियो संदेश जारी कर बताया कि रूसी सेना ने एक कला विद्यालय पर बमबारी की, जिसमें लगभग 400 लोगों ने शरण ले रखी थी।

उन्होंने कहा, ‘वहां मौजूद लोग मलबे में दब गए हैं। हमें नहीं पता कि उनमें से कितने बच पाए हैं। लेकिन हमें यकीन है कि हम आर्ट स्कूल पर बम बरसाने वाले पायलट को निश्चित तौर पर मार गिराएंगे, जैसा कि हमने सामूहिक हत्याओं को अंजाम देने वाले ऐसा लगभग सौ अन्य पायलट के साथ किया।’ रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इजरायली संसद के सदस्यों से बात करने वाले जेलेंस्की ने रूस के साथ बातचीत शुरू करवाने में इजरायल द्वारा किए गए प्रयासों के लिए उसका आभार जताया।

जेलेंस्की ने रूस के साथ सुलह का रास्ते खोजने में मदद करने के लिए इजरायली प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट द्वारा किए गए प्रयासों की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘इससे हम जल्द ही या बाद में रूस के साथ संभवत: यरुशलम में वार्ता शुरू कर पाएंगे। अगर संभव हुआ तो शांति कायम करने के लिए यह उपयुक्त स्थान होगा।’ यूक्रेनी राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को फोन कर इस सप्ताह होने वाले जी-7 और नाटो देशों के शिखर सम्मेलन के दौरान यूक्रेन के प्रति समर्थन को लेकर चर्चा की थी।