रनसाली के जंगल में असलहे बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश

नैनीताल। नेपाल से लेकर यूएस नगर तक वीरप्पन के नाम से कुख्यात गुरदीप सिंह उर्फ दीपा की शनिवार को गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने रविवार को रनसाली के जंगल में असलहे बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। दीपा तमंचे बनाने के उपकरण दिल्ली से लाता था। पुलिस के मुताबिक उसके तार दिल्ली से नेपाल तक जुड़े थे। उसके इस काले कारोबार से जुड़े कई लोगों के नाम सामने आने के बाद पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है। नानकमत्ता चौकी प्रभारी कमलेश भट्ट के अनुसार गुरदीप ने पुलिस व एसटीएफ को बताया कि रनसाली के जंगल में तमंचे बनाते थे। ऐसे में रविवार सुबह पुलिस और एसटीएफ की टीम गुरदीप को लेकर नानकमत्ता, ध्यानपुर, बेलखेड़ा होते हुए रनसाली के जंगलों के पास स्थित हंसपुरखत्ता वाली रोड पर पहुंची। यहां से पुलिस टीम सात किलोमीटर अंदर जंगल में पैदल गई। वहां पर टेंट में बना असलहों का कारखाना मिला। मौके से टीम ने 12 बोर की दो तैयार बंदूक, एक 12 बोर का तमंचा, 12 बोर के 21 कारतूस, 30 बंदूक की नाल समेत अन्य उपकरण बरामद किए। दीपा तमंचे बनाने के लिए दिल्ली स्थित आनंद पर्वत से होलसेल में समान खरीद कर लाता था। हथियारों की सप्लाई नानकमत्ता, सितारगंज, खटीमा, हल्द्वानी, दिल्ली, मेरठ समेत नेपाल तक करता था।

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