राज्य की शिक्षा व्यवस्था को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी में ठन गई
देहरादून। राज्य की शिक्षा व्यवस्था को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी में ठन गई। सरकार के राज्य में शिक्षा में सुधार के दावों के खिलाफ आप ने आज सेल्फी विद स्कूल अभियान शुरू किया है। इसमें आप ने जनता ने बदहाल स्कूलों की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करने की अपील की। कहा कि कांग्रेस और भाजपा सरकारों की वजह से 20 साल में राज्य की शिक्षा व्यवस्था गर्त में चली गई है। सरकार झूठे दावे कर अपनी कमियों को छिपाने की कोशिश कर रही है।
आप प्रदेश कार्यालय में प्रवक्ता संजय भट्ट और उमा सिसोदिया ने मीडिया से बातचीत में आप के नए अभियान की जानकारी दी। कहा कि अब उत्तराखंड के स्कूलों की बदहाली और बेहतर शिक्षा के दावों पर निर्णायक फैसला जनता का होगा। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने राज्य की शिक्षा की स्थिति पर चिंता जताई तो राज्य सरकार ने उत्तराखंड के स्कूलों को दिल्ली के स्कूल से बेहतर बता दिया। इसलिए आप ने फैसला जनता पर छोड़ दिया है।
आज से 10 जनवरी तक चलने वाले सेल्फी विद स्कूल अभियान के तहत जनता स्कूलों के फोटों खींचकर सीएम, शिक्षा मंत्री को सोशल प्लेटफार्म के जरिए दिखाए। या इन फोटो-वीडियो को व्हाट्सऐप नंबर-8800026100 पर भी भेजा जा सकता है। संजय ने कहा कि पिछले 20 सालों में राज्य की शिक्षा व्यवस्था लचर हो गई। स्कूलों में शिक्षकों का घोर अभाव है। छात्र संख्या लगातार घट रही है। इस वजह सैकड़ृों स्कूल बंद किए जा चुके हैं।
अगर हालात ऐसे ही रहे तो कैसे उत्तराखंड में बच्चों के भविष्य को बनाया जा सकता है। उमा ने कहा कि केवल शिक्षा ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में राज्य अपेक्षित मुकाम हासिल नहीं कर पाया। इसकी सीधी सीधी जिम्मेदार कांग्रेस और भाजपा ही हैं। इनके नेता केवल अपने विकास की सोच रखते हैं। राज्य की नहीं। मालूम हो कि दिल्ली के डिप्टी सीएम सिसोदिया ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। बीते रोज राज्य के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने सिसौदिया पर पलटवार करते हुए कठघरे में किया है।