राज्य आंदोलनकारियों ने किया कलक्ट्रेट का घेराव

देहरादून। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मंच का शहीद स्मारक में विगत 23 दिनों से चलाया जा रहा धरना व 18 वें दिवस क्रमिक अनशन जारी रहा। गुरुवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार राज्य आंदोलनकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शन के दौरान कलक्ट्रेट में ना ही जिलाधिकारी मिले न ही अपर जिलाधिकारी प्रशासन। इस पर राज्य आंदोलनकारी बिफर पड़े और जोर से नारे लगाने लगे। राज्य आंदोलनकारियों की अनदेखी बंद करो, मुख्यमंत्री वादा निभाओ, राज्य आंदोलनकारियों की उपेक्षा करना बंद करो, जैसे नारे लगाते रहे। इस पर मजिस्ट्रेट मायाराम जोशी ज्ञापन लेने पहुंचे। उन्होंने बताया कि उच्च अधिकारी राजभवन मीटिंग में व्यस्त हैं। इस पर राज्य आंदोलनकारियों ने ज्ञापन देने से मना कर दिया और वही जमे रहे। स्टाफ से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सूचना देने के बावजूद मौके पर कोई अधिकारी मौजूद नही है। जिलाधिकारी ने तुरंत अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन व वार्ता के लिए भेजा। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में अपर जिलाधिकारी ने आंदोलनकारियों को आश्वस्त किया कि वे शीघ्र मुख्यमंत्री से वार्ता का समय लेकर आंदोलनकारियों को बताएंगे।

घेराव करने वालों में जगमोहन सिंह नेगी, विक्रम भण्डारी, प्रदीप कुकरेती, क्रांति कुकरेती, पूरण सिंह लिंगवाल, अंबुज शर्मा, सुरेश नेगी, विरेन्द्र पोखरियाल, कुलदीप कुमार, सुरेश कुमार, उर्मिला शर्मा, द्वारिका बिष्ट, सरोजिनी थपलियाल, शारदा बहुगुणा, राधा तिवारी, लीला राणा, सावित्री नेगी, इंदु बिष्ट, रेणु नेगी, बीना बहुगुणा, शेर सिंह रावत, राजेन्द्र कोठारी, विक्रम भंडारी, उर्मिला डबराल, मंजू भट्ट, विरोजिनी भट्ट, युद्धवीर चौहान, बिल्लू वाल्मीकि, सुरेश नेगी, राजेश शर्मा, लोक बहादुर थापा, नवनीत गुसाईं, विक्रम नेगी, प्रेम सिंह नेगी, अमित जैन, राजेश पांथरी, पुष्कर बहुगुणा, विजय बलूनी, लोक बहादुर थापा, सुशील विरमानी, बलबीर सिंह नेगी, प्रभात डंडरियाल, हरिप्रकाश शर्मा, राजेंद्र कोठारी, शेर सिंह रावत आदि शामिल थे। क्रमिक अनशन में खटीमा से आए धर्मेन्द्र बिष्ट व उत्तरकाशी से आए शैलेन्द्र राणा बैठे।