पंचतत्व में विलीन हुई वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी और उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी

हरिद्वार। वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी और उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी का खड़खड़ी स्थित श्मशान घाट में गमगीन माहौल के बीच अन्तिम संस्कार किया गया। श्मशान घाट पर जब तक सूरज चांद रहेगा, बलूनी तेरा नाम रहेगा के उद्घोष लगाए गए। राज्य निर्माण आन्दोलनकारी सुशीला बलूनी को मुखाग्नि उनके पुत्र विनय बलूनी, संजय बलूनी और विजय बलूनी ने दी। लंबे समय से अस्वस्थ चल रही सुशीला बलूनी का बीते मंगलवार की शाम को देहरादून स्थित मैक्स अस्पताल में निधन हो गया था। उनके निधन पर आंदोलनकारियों समेत कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया था। बुधवार को खड़खड़ी श्मशान घाट में विधायक मदन कौशिक, अपर जिलाधिकारी पीएल शाह, एसडीएम पूरण सिंह राणा, पूर्व दर्जाधारी अशोक वर्मा, विवेकानंद खंडूरी, उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स, रविंद्र जुगरान, विजय बग्गा, प्रदीप कुकरेती, रामलाल खंडूरी, विकास तिवारी, भावना पाण्डे, त्रिलोचन भट्ट, प्रेम पंचोली, त्रिवेन्द्र सिंह पंवार सहित अन्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।