राज्य आंदोलनकारी दीपक बड़थ्वाल के निधन पर जताया शोक

देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच ने युवा राज्य आंदोलनकारी दीपक बड़थ्वाल(48) के अकस्मात निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुये श्रद्धा सुमन अर्पित किये। वह अपने पीछे पत्नी व दो बच्चे छोड़ गये। उनके बड़े भाई पूर्व पार्षद गणेश बड़थ्वाल व विपिन बड़थ्वाल के साथ ही दोनों बहनों ने भी पूरी शिद्धत के साथ कई अस्पतालों में इलाज कराया। उनकी पत्नी को पूरी आस थी कि पति जल्द ठीक होकर परिवार में वापस आयेंगे। परन्तु ऐसा नहीं हुआ। दीपक बड़थ्वाल उत्तराखंड आंदोलन के साथ एसएफआई संगठन से जुड़े थे। वह पूर्व मुख्यमन्त्री जनरल खंडूड़ी के एपीएस थे। कई समाचार पत्र, टीवी चैनल व एजेंसी में भी कार्यरत रहे। राज्य आंदोलनकारी कोटे से वह 2012 में सहकारिता विभाग में नौकरी पर लगे थे। वर्तमान में वह पौड़ी जिले के पाबो में तैनात थे। राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बताया कि दीपक का कई निजी अस्पतालों में इलाज चला। तीन माह पूर्व ही उन्होंने ट्रांजिट हॉस्टल में सचिवालय कार्यकारिणी व शिक्षक संघ के अध्यक्ष व महासचिव का स्वागत समारोह में हिस्सा लिया था। उनका अन्तिम संस्कार हरिद्वार में किया गया। जहां उनके पुत्र व छोटे भाई विपिन बड़थ्वाल ने मुखाग्नि दी। मंच की शोक सभा में आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, रामलाल खंडूड़ी, महेन्द्र रावत, प्रदीप कुकरेती, राजेश पान्थरी, जितेन्द्र अन्थवाल, चन्द्र किरण राणा, भगीरथ शर्मा, मनोज ज्याड़ा, अजय राणा, रवीन्द्र जुगरान, राजकुमार कक्कड़, अरुण शर्मा, सचिवालय अध्यक्ष सुनील लखेड़ा, नवनीत गुसाईं, गणेश डंगवाल, गौरव खंडूड़ी, ज्योति बलूनी, आशीष उनियाल, विजय प्रताप मल्ल, अंबुज शर्मा, नरेश नेगी, विक्रम गुसाईं, विरेन्द्र पोखरियाल, विजयेश नवानी, महिपाल शाह, मुकेश कठैत, भुवनेश कुकरेती, नरेश नेगी, विकास शर्मा ने शोक जताया।

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