
जयपुर। राजस्थान में मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध मामला सामने आया है। किशनगढ़ से संदिग्ध मान एक मरीज को जयपुर आरयूएचएस अस्पताल रैफर किया गया है। हालांकि आरयूएचएस के डॉक्टर्स का कहना है कि मरीज में चिकन पॉक्स जैसे लक्ष्ण नजर आ रहे है। लेकिन फिर भी रैफर होकर आए मरीज का डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार इलाज शुरू कर एहतियात बरती जा रही है।
आरयूएचएस अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह ने कहा कि एसएमएस और पुणे लैब में मरीज का सैंपल भेजा गया है। एसएमएस और पुणे लैब से रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि होगी। अभी मरीज में शुरुआती लक्षण चिकन पॉक्स जैसे लग रहे है। हालांकि रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी तय होगी कि मरीज को मंकीपॉक्स है या चिकन पॉक्स है।
डॉ अजीत सिंह का कहना है कि संदिग्ध मरीज किशनगढ़ या इसके आसपास के क्षेत्र का रहने वाला है। यह मरीज बेंगलुरु में रहकर पढ़ाई कर रहा है और बेंगलुरु से वापस राजस्थान अपने घर लौटने के बाद लक्षण दिखाई दिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, मंकीपॉक्स के लक्षण 6 से 13 दिन के अंदर दिखाई देने लगते हैं। हालांकि कई बार 5 से 21 दिन का समय भी ले सकता है। संक्रमित होने पर अगले 5 दिन के अंदर बुखार, सिरदर्द, थकान और पीठ में दर्द जैसे लक्षण दिखते हैं।