अब ट्रेन में यात्रियों को मिलेगा मनपसंद खाना, रेलवे ने ई-कैटरिंग सेवा को फिर से किया बहाल

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने ट्रेनों में ई-कैटरिंग सेवा को फिर से बहाल कर दिया है। हालांकि यह सुविधा अभी कुछ चुनिंदा स्टेशनों पर ही शुरू की जाएगी। जिन स्टेशनों पर ई-कैटरिंग सेवा दी जाएगी, वहां केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों के स्वास्थ्य संबंधी सभी नियमों का पालन किया जाएगा। गौरतलब है कि कोरोना महामारी को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन्स को देखते हुए ट्रेनों में खाना बनाना, एसी बोगियों में कंबल, तकिया और चद्दर की सर्विस बंद कर दी गई थी, लेकिन अब भारतीय रेलवे ने ट्रेनों में ई-कैटरिंग सेवाओं को फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी है।
इस सुविधा के माध्यम से यात्री ऑनलाइन ही पसंदीदा रेस्टोरेंट से अपना खाना ऑर्डर कर सकते हैं। ऑर्डर करने के समय यात्रियों को यह बता दिया जाएगा कि उनका खाना किस स्टेशन पर और कितनी देर में पहुंचेगा और यात्री को कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी।
रेल मंत्रालय से चुनिंदा रेलवे स्टेशनों पर ई-केटरिंग सेवा शुरू करने की अनुमति मांगी थी, जिसे रेल मंत्रालय ने स्वीकार कर लिया है। जनवरी 2021 के अंतिम सप्ताह से संचालित करने के लिए तैयार है। भारतीय रेलवे ने ट्वीट कर बात की जानकारी दी। रेलवे ने ट्वीट में कहा कि रेलवे ने चयनित रेलवे स्टेशनों पर ई-केटरिंग सेवाओं को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है।
इसके लिए कंपनी ने सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं, जिसमें परिचालन के दौरान कई बार रेस्तरां के कर्मचारियों और डिलीवरी कर्मियों की थर्मल स्कैनिंग, नियमित अंतराल पर रसोई की सफाई, रेस्तरां के कर्मचारियों और डिलीवरी कर्मियों द्वारा सुरक्षात्मक फेस मास्क या फेस शील्ड का उपयोग शामिल है। साथ ही यह भी कहा गया है कि भोजन तभी तैयार करें जब शरीर का तापमान 99 डिग्री स्न से कम हो।
दूसरी तरफ डिलीवरी स्टाफ के लिए दिशा-निर्देश भी अच्छी तरह से निर्धारित किए गए हैं और उनका पालन किया जाना है। इनमें हाथ धोने के बाद ही ऑर्डर लेना, डिलीवरी कर्मियों द्वारा आरोग्य सेतु ऐप का अनिवार्य इस्तेमाल, जीरो ह्यूमन कॉन्टैक्ट सुनिश्चित करने के लिए कॉन्टैक्टलेस डिलीवरी, प्रोटेक्टिव फेस मास्क या कवर का लगातार इस्तेमाल और डिलीवरी के बाद डिलीवरी बैग का सैनिटाइजेशन शामिल है।


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