पीएसआई भर्ती घोटाला : बीजेपी नेता दिव्या हागरागी पुणे से गिरफ्तार, पति की गिरफ्तारी के बाद हो गईं थी फरार

पुणे (आरएनएस)। कर्नाटक में पुलिस सब-इंस्पेक्टर भर्ती घोटाले के सिलसिले में आपराधिक जांच विभाग ने शुक्रवार को भाजपा नेता दिव्या हागारगी को गिरफ्तार किया। पुलिस सूत्रों ने कहा कि दिव्या को महाराष्ट्र के पुणे में एक ठिकाने से पकड़ा गया और उनके आज कलबुर्गी लाए जाने की उम्मीद है। वह इस मामले में गिरफ्तार होने वाली 18वीं आरोपी हैं। दिव्या के पति राजेश हागारगी को पहले गिरफ्तार किया गया था, जबकि वह भागने में सफल रही थीं।  दिव्या कलबुर्गी में एक शैक्षणिक संस्थान, ज्ञान ज्योति संस्थान चलाती हैं, और कलबुर्गी में भाजपा की महिला इकाई की अध्यक्ष थीं। घटना के सामने आने के बाद पार्टी ने उनसे दूरी बना ली और कहा कि वह इससे जुड़ी नहीं हैं।
हालांकि, स्थानीय लोगों और पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की कि वह भाजपा में सक्रिय थीं और कई पदों पर रहीं। फरवरी में कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने दिव्या से मुलाकात की थी। यह मुलाकात भर्ती परिणामों की घोषणा के बाद हुई थी।
दिव्या का नाम सीआईडी की जांच में तब सामने आया जब वीरेश नाम के एक उम्मीदवार ने केवल 21 प्रश्नों का जवाब देने के बावजूद भर्ती परीक्षा में 121 अंक हासिल किए। उसका परीक्षा केंद्र ज्ञान ज्योति संस्थान था। वीरेश ने 7वीं रैंक हासिल की थी, लेकिन जांच से पता चला कि यह धांधली का मामला था।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दिव्या की संस्था में कई उम्मीदवार ऐसे थे, जो इस कदाचार में लिप्त थे। दरअसल, स्थानीय उप निदेशक लोक शिक्षण ने संस्था में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में परीक्षाएं नहीं कराने की सिफारिश की थी, लेकिन फिर भी पुलिस की भर्ती शाखा ने इसे केंद्र के तौर पर चुना। पिछले अक्टूबर में हुई पीएसआई परीक्षा के दौरान सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। राज्य भर से 54,041 छात्र थे जो 545 पीएसआई पदों के लिए उपस्थित हुए थे और परिणाम जनवरी में घोषित किए गए थे।