प्रधानाचार्य भर्ती निरस्त नहीं तो आंदोलन भी वापस नहीं
देहरादून(आरएनएस)। प्रधानाचार्य की विभागीय सीधी भर्ती को निरस्त करने की मांग को लेकर शिक्षकों का शिक्षा निदेशालय पर क्रमिक अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। आज गुरूवार को टिहरी और चंपावत के शिक्षक अनशन पर बैठे। शिक्षकों ने सरकार और विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भर्ती को स्थगित करने के बजाए तत्काल निरस्त करने की मांग की। राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने कहा कि जब तक परीक्षा पूरी तरह से निरस्त नहीं की जाती, शिक्षक आंदोलन वापस नहीं लेंगे। अभी हाल में सरकार ने भर्ती को स्थगित किया है। न तो संघ को ही विधिवत सूचना दी और न ही कोई समझौता ही किया है। जब तक सरकार शत प्रतिशत प्रमोशन और वर्तमान सीधी भर्ती पर पुनर्विचार करने का लिखित आश्वासन नहीं देती, शिक्षक आंदोलन जारी रहेगा। प्रांतीय उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी ने कहा कि भर्ती स्थगित होने के आधार पर गुमराह न हों। प्रधानाचार्य का पद शतप्रतिशत पदोन्नति का पद है। यदि सरकार न मानी तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। आज क्रमिक अनशन पर जिलाध्यक्ष-टिहरी दिलबर रावत, बुद्धि प्रसाद भट्ट,जगमोहन शर्मा,लक्ष्मण सिंह रावत, संजय गुसाईं, जिलाध्यक्ष- चंपावत जगदीश अधिकारी,इंदुवर जोशी, अमित कुमार, कुलदीप चौहान, विनोद गहतोड़ी, गोविंद मेहता आदि बैठे।
दोपहर अपर निदेशक-माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल कुमार सती ने फोन पर संघ अध्यक्ष चौहान से बात की। उन्होंने कहा कि सरकार ने भर्ती को फिलहाल स्थगित कर दिया। उन्होंने से अब शिक्षकों से आंदोलन वापस लेकर शिक्षा व्यवस्था को सुचारू करने करने की अपील की। हालांकि संघ ने बिना लिखित आश्वासन लिए आंदोलन वापस लेने से इंकार कर दिया।
धरना-प्रदर्शन में जगदीश बिष्ट, लक्ष्मण सजवान, दिनेश नौटियाल, राजमोहन सिंह रावत,प्रणय बहुगुणा, श्याम सिंह सरियाल,गोकुल सिंह मार्तोलिया,हेमंत पैन्यूली, रवि शंकर गुसाईं, महेंद्र पटवाल,नवजीत बधानी, रविंद्र सिंह राणा, कुलदीप भंडारी, शिव सिंह नेगी, नरेश भट्ट, पूरण धस्माना, शिशुपाल भंडारी, विजय गुसाईं, मदन मोहन सेमवाल, धर्मवीर रावत, रजनीश नौटियाल, लोकेंद्र रावत, दौलत राम पूरवाल धनवीर रमोला, कुशाल सिंह आदि शामिल रहे।