पूर्व दर्जा मंत्री कर्नाटक ने मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ सुविधाओं का लिया जायजा
चिकित्सा अधीक्षक ने कहा पूर्व दर्जा मंत्री की अधिकांश मांगें हुई पूरी
अल्मोड़ा। पूर्व दर्जा मंत्री एवं उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक अजय आर्य के साथ मेडिकल कॉलेज में उपस्थित होकर स्वास्थ व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज प्रशासन के साथ पूरे मेडिकल कॉलेज का भ्रमण किया तथा प्रत्येक विभाग में घूमकर स्वास्थ सुविधाओं की पूर्ण जानकारी ली। विदित हो कि अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज की बदहाल हो चुकी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के श्री कर्नाटक ने फरवरी माह में मेडिकल कॉलेज प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था कि आम जनता को पर्याप्त स्वास्थ्य सम्बंधित सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई तो वे विवश होकर 15 मार्च से मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य कक्ष के बाहर अनिश्चित कालीन आमरण अनशन करेंगे। किन्तु स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति पूर्ववत होने के कारण पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक 15 मार्च को मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य कक्ष के बाहर अनशन पर बैठ गए। इस घटनाक्रम को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने मौके पर उपस्थित होकर श्री कर्नाटक की सभी मांगें एक माह के भीतर पूरी करने का आश्वासन दिया तथा अनशन समाप्त करने का निवेदन किया। श्री कर्नाटक के द्वारा लिखित में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से सभी मांगें पूरी करने का पत्र लिया गया। जिसमे मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के द्वारा 1 मई 2023 तक सभी स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुस्त करने की बात कही गई। उनकी मुख्य मांगों में ऑपरेशन थिएटर को प्रारम्भ किया जाना, आईसीयू की सुविधा, एनआईसीयू की सुविधा उपलब्ध कराया जाना, एमआरआई मशीन का संचालन, ईको जांच प्रारंभ किया जाना, ऑक्सीजन प्लांट को तत्काल प्रारम्भ किया जाना, चिकित्सा के पर्याप्त उपकरणों को उपलब्ध कराया जाना, विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति, ब्लड बैंक को प्रारंभ किया जाना शामिल था। मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक अजय आर्या ने बताया कि पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने जिन मांगों के लिए धरना दिया था उनमें से 90% मांगें पूरी हो चुकी हैं। एनआईसीयू एवम पीआईसीयू, ईको जांच को मेडिकल कॉलेज में प्रारम्भ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि तीन ऑक्सीजन प्लांट मेडिकल कॉलेज में प्रारंभ कर दिए गए हैं। इसके साथ ही 6 ऑपरेशन थियेटर 2 सप्ताह के भीतर मेडिकल कॉलेज में प्रारंभ हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में हीलियम गैस उपलब्ध न होने के कारण एमआरआई मशीन का संचालन अभी नहीं हो पा रहा है। हीलियम गैस प्राप्त होते ही एमआरआई मशीन का संचालन भी प्रारंभ कर दिया जाएगा। ब्लड बैंक को चलाने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक न होने से इसके संचालन में दिक्कतें आ रही हैं। श्री आर्य ने बताया कि मरीजों के लिए मेडिकल कॉलेज में 330 बेड प्रारंभ कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं के प्रसव की पूरी व्यवस्था मेडिकल कॉलेज में है। कुल मिलाकर पूर्व दर्जा मंत्री कर्नाटक के अनशन का मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर असर हुआ और मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ सुविधाएं दुरुस्त हुई। इसका फायदा अल्मोड़ा सहित बागेश्वर, पिथौरागढ़, रानीखेत सहित समस्त पर्वतीय क्षेत्र की जनता को मिलेगा।