पॉल्यूशन बोर्ड का कर्मचारी बताकर ठगी में दंपति गिरफ्तार

विकासनगर। पॉल्यूशन बोर्ड का कर्मचारी बताकर दंपति ने महिला चिकित्सक से धोखाधड़ी कर रुपये हड़प लिए। आरोपियों ने चिकित्सक के क्लीनिक का पोल्यूशन बोर्ड में पंजीकरण कराने के नाम पर धोखाधड़ी की। संदेह होने पर चिकित्सक के क्लीनिक से दंपति फरार हो गए। सेलाकुई पुलिस ने आरोपी दंपति को गिरफ्तार कर लिया है।
सेलाकुई थाने में महिला चिकित्सक डॉ. प्रिया सेमवाल निवासी पुराना पोस्ट आफिस सेलाकुई ने 28 अप्रैल को धोखाधड़ी के मामले में तहरीर दी। तहरीर में डा. प्रिया ने कहा कि उनका सेलाकुई में अपना क्लीनिक है। दस दिन पूर्व महिला चिकित्सक को अज्ञात नम्बर से फोन आया। फोनकर्ता ने क्लीनिक का पॉल्यूशन बोर्ड में रजिस्ट्रेशन कराने को कहा। बताया कि 27 अप्रैल को एक महिला और एक व्यक्ति उनके क्लीनिक पहुंच गए। आरोपियों ने नाम शंभू और रिंकी बताया। आरोपियों ने अपने आपको पॉल्यूशन बोर्ड का कर्मचारी बताया। आरोपियों ने क्लीनिक का पॉल्यूशन बोर्ड का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए डिमांड ड्राफ्ट के लिए पंद्रह सौ रुपये और सत्तर हजार रुपये नगद मांगे। महिला चिकित्सक ने दोनों को पैंतीस सौ रुपये दे दिए। इसके बाद दोनों आरोपियों ने पूरे पैसे देने की बात कही जिस पर महिला चिकित्सक को आरोपियों पर शक हुआ। महिला चिकित्सक ने दोनों से पूछताछ की जिस पर आरोपी वहां से भाग निकले। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपियों के फोन को सर्विंलांस पर लगाया। दोनों की लोकेशन झाझरा में मिलने पर तत्काल मौके पर पुलिस टीम भेजी गई। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान शंभू पासवान पुत्र देवेंद्र पासवान निवासी एमइएस केटीआरपी सर्कुलर रोड बार्लीगंज मिलिट्री कैंप कोलकाता मूल निवासी गोरा थाना शिमरी जिला दरभंगा बिहार व रिंकी पत्नी शंभू निवासी दतमन थाना क्योटा जिला दरभंगा बिहार के रूप में हुई। दोनों आरोपियों के पास से चिकित्सक से लिए पैंतीस सौ रुपये की नगदी बरामद की गई। थानाध्यक्ष मनमोहन सिंह नेगी ने बताया कि दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। दोनों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया है।