पुलिस पर बेवजह मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया

देहरादून।(आरएनएस)। उत्तराखंड महिला मंच समेत विभिन्न जन संगठनों ने आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चार महिलाओं को नामजद करते हुए 40 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की निंदा की। चेताया कि राज्य में ड्रग्स तस्करी पर रोक लगाने के साथ ही शराब नीति में बदलाव के लिए संघर्ष जारी रहेगा।जन संगठनों से जुड़े लोगों ने कहा कि 19 मार्च को डीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया था। पुलिस ने आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। कहा कि बिना किसी वजह यह मुकदमा दर्ज किया जाना आम लोगों को डराने का प्रयास है, जो कि बेहद शर्मनाक है। कहा कि जिन लोगों पर मुकदमें दर्ज किए गए हैं, वे सभी सभी कानून का सम्मान करने वाले लोग हैं और पहले से घोषित अपने धरना-प्रदर्शन के कार्यक्रम को रद्द कर सिर्फ ज्ञापन देने तक सीमित रखा। कहा कि कार्यक्रम की घोषणा 10 मार्च को कर दी थी, जबकि आचार संहित 17 मार्च को लागू हुई। इस दौरान किसी तरह की कोई नारेबाजी नहीं हुई। चेताया कि इस तरह के मुकदमों से हम नशा विरोधी मुहिम को बंद नहीं करने वाले हैं, आने वाले दिनों में यह आंदोलन और तेज किया जाएगा। निंदा करने वालों में उत्तराखंड महिला मंच, उत्तराखंड इंसानियत मंच,जनवादी महिला संमिति, उत्तराखंड चेतना आंदोलन, भारत ज्ञान विज्ञान समिति, सर्वोदय मंडल उत्तराखंड, एसएफआई उत्तराखंड, किसान सभा उत्तराखंड, पेंशनर्स एसोसिएशन, हिन्द स्वराज मंच, सफल संवैधानिक आंदोलन, ट्रांस जेंडर एक्टिविस्ट, एनएपीएसआर आदि संगठनों से जुड़े लोग हैं।