पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठे लक्सर के वकील

रुडक़ी। लक्सर एडवोकेट एसोसिएशन और सिविल बार एसोसिएशन से जुड़े सारे वकील पुलिस के खिलाफ तहसील परिसर में धरने पर बैठ गए। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक पुलिस पूर्व बार अध्यक्ष के बेटे के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस नहीं करती है, तब तक वकील अपना धरना समाप्त नहीं करेंगे। 31 मई को पुलिस ने लक्सर बार के पूर्व अध्यक्ष के बेटे अभिषेक के खिलाफ पुलिस से अभद्रता करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि वकीलों के हंगामा करने पर देर रात उसे कोतवाली से जमानत देकर छोड़ दिया गया था। तभी से लकसर तहसील के वकील मुकदमे को फर्जी बताते हुए इसे वापस करने की मांग कर रहे हैं। सोमवार को लक्सर एडवोकेट एसोसिएशन और सिविल बार एसोसिएशन ने संयुक्त बैठक कर पुलिस के खिलाफ मंगलवार से धरना देने की घोषणा की थी। घोषणा के मुताबिक मंगलवार सुबह ही दोनों संगठनों से जुड़े वकील तहसील परिसर में इक_ा हुए और वहीं एसडीएम कोर्ट के सामने धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने रंजिश के तहत झूठा मुकदमा दर्ज किया है। चेतावनी दी कि जब तक पुलिस इस मुकदमे को वापस नहीं करती है, तब तक धरना जारी रखा जाएगा। साथ ही उत्तराखंड के सभी जिलों से बार एसोसिएशन और उत्तराखंड बार काउंसिल का भी इसमें समर्थन लिया जाएगा। धरने पर एडवोकेट एसोसिएशन अध्यक्ष कुशलपाल सिंह, सिविल बार अध्यक्ष अनूप सिंह पुंडीर के अलावा सहदीप सिंह, चंद्रपाल सिंह, राजकुमार ओमकार सिंह, जौहर सिंह, विजय पाल गुर्जर, सुशील कुमार, सतेंद्र राणा, प्रदीप धीमान, जगजीत सिंह, राजपाल सिंह, सोनू राठी, सुमित चौधरी, शेरसिंह, नीरज सागर, महिपाल सिंह, रितेश कुमार, हरीश राणा सहित काफी अधिवक्ता मौजूद थे।